- यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश की नई पहचान बनेगा- सीएम योगी आदित्यनाथ।
- आज शिलान्यास से पहले पीएम मोदी ने एयरपोर्ट का मॉडल देखा।
- NCR के लोग दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट की जगह जेवर एयरपोर्ट से भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पकड़ सकेंगे।
Jewar: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने जेवर में एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डे, नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Noida International Airport) की आधारशिला रखी। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एक लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। यह हवाई अड्डा दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाला दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। साथ ही NIA उतर प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। कार्यक्रम स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा कि हवाई अड्डा क्षेत्र में 35,000 करोड़ रुपये का निवेश लाएगा।
यह यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway), वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (Western Peripheral Expressway), ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (Eastern Peripheral Expressway), दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) सहित अन्य प्रमुख सड़कों और राजमार्गों को जोड़ेगा। इसे दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड रेल से भी जोड़ा जाएगा, जिससे दिल्ली और हवाई अड्डे के बीच की यात्रा केवल 21 मिनट में हो सकेगी।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहली बार ग्रीनफील्ड ताज इंटरनेशनल और एविएशन हब के रूप में साल 2001 में तत्कालीन राजनाथ सिंह द्वारा प्रस्तावित किया गया था। यह साल 2024 तक बनकर तैयार होगा। देखिए पूरी टाइमलाइन-
हवाई अड्डे के पहले चरण में 1334 हेक्टेयर पर रन्वे बनेगा। इसमें करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है। वहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा सहित पूरे जिले में करीब 34,000 से 35,000 करोड़ रुपये तक का निवेश आएगा। पहला चरण पूरा होने के बाद यहां से सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की आवाजाही होने लगेगी।