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Cyber Crime in Chandigarh: रहे सावधान, चंडीगढ़ में बढ़ रहे साइबर फ्रॉड केस, साइबर सेल के सर्वे में खुलासा

Updated Apr 11, 2022 | 21:09 IST

Cyber Crime in Chandigarh: चंडीगढ़ में साइबर फ्रॉड के मामलों में लगातार बढ़ोत्‍तरी हो रही है। पुलिस द्वारा किए गए सर्वे में खुलासा हुआ है कि, इन अपराधियों के निशाने पर हर वर्ग के लोग हैं। पुलिस ने ठगी के तरीकों के बारे में बताते हुए लोगों को अलर्ट भी किया है।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
साइबर ठगी का शिकार बन रहे लोग (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • चंडीगढ़ के लोग बन रहे साइबर अपराधियों के आसान शिकार
  • पुलिस के सर्वे में खुलास, हर वर्ग इनके निशाने पर
  • पीएम जन धन योजना के तहत सबसे ज्‍यादा ठगी

Cyber Crime in Chandigarh: चंडीगढ़ में साइबर अपराध के मामलों में लगातार बढ़ोत्‍तरी हो रही है। आए दिन शातिर अपराधी नए-नए हथकंडे अपनाकर लोगों को लूट रहे हैं। लोगों को इस तरह के अपराधों से बचाने और उनका पता लगाने के लिए चंडीगढ़ पुलिस के साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन सेल ने एक सर्वे रिपोर्ट जारी कर लोगों को अलर्ट किया है। साथ ही, लोगों को वो तरीके भी बताए हैं, जिससे अपराधी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।

पुलिस द्वारा जारी सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि, ज्‍यादातर साइबर अपराधी लोगों को पीएम जन धन योजना के तहत लोन उपलब्ध करवाने के नाम पर ठग रहे हैं।

ऐसे कर रहे है ठगी 

इसके अलावा बैंकों, कंपनियों, वैलेट आदि के हेल्पलाइन नंबर्स को गुगल पर सर्वे मंकी और गुगल एडवर्डस के जरिए बदलना/कस्टमाइज करना, आरबीआई या अन्य बैंक का प्रतिनिधि बन गोपनीय एटीएम या बैंक खाते से जुड़ी जानकारी हासिल करना, पीड़ितों के सिम कार्ड स्वैप करना, फेसबुक/इंस्टाग्राम आदि पर दोस्त बन ठगी करना, बीमा योजनाओं का लालच देकर ठगी करना, लोगों द्वारा फर्जी वेबसाइट से शॉपिंग करना, ओएलएक्स पर ठगी होना, एनीडेस्क एप के जरिए पीड़ितों के मोबाइल की मिरर इमेज से ठगी करना आदि शामिल हैं।

हर सोसायटी का व्‍यक्ति बन रहा शिकार

ऐसा नहीं है कि, ये साइबर अपराधी सिर्फ किसी खास वग्र को ही निशाना बना रहे हैं। साइबर सैल के मुताबिक, ठगी का शिकार होने वालों में ही सोसायटी और हर उम्र के लोग शामिल हैं। ओएलएक्स जैसे वेबसाइट पर ज्यादातर डिफेंस से जुड़े कर्मी/अफसर ठगी का शिकार हुए। इसके पीछे कारण है कि, डिफेंस से जुड़े लोगों का ट्रांसफर होता रहता है। ऐसे में वह सेकेंड हैंड फर्नीचर और अन्य घरेलू सामान को खरीदने को तरजीह देते हैं।

ज्यादा टारगेट होते है पेंशनधारक

वहीं बीमा योजनाओं को लेकर साइबर अपराधी रिटायर और पेंशनधारकों को ज्यादा टारगेट करते हैं। कुछ केसों में तो साइबर अपराधियों ने पीएम जन धन योजना के तहत आसान किश्तों पर लोन उपलब्ध करवाने का झांसा दे फलेट्स और पोस्टर झुग्गियों-बस्तियों में बांटे और चिपकाए। डीएसपी साइबर सैल रश्मि यादव ने कहा कि, सर्वे में जो अहम बाते निकल कर आई हैं उन्हें स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी दफ्तरों में जागरुकता शिविरों में शामिल किया जाएगा। पुलिस का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को साइबर अपराध के तरीकों से बचाने के लिए जागरुक करना है।