- टेस्ट क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने वाले बल्लेबाज
- टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज
- मुथैया मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट में झटके हैं सबसे ज्यादा विकेट
नई दिल्ली: टेस्ट क्रिकेट हमेशा से खेल का सबसे पवित्र प्रारूप माना जाता है। सचिन तेंदुलकर (15,921) सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं जबकि सबसे ज्यादा विकेट मुथैया मुरलीधरन (800) ने चटकाए हैं। वनडे और टी20 प्रारूप के आने के बावजूद दुनिया में टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। साथ ही टेस्ट क्रिकेट से जुड़े तथ्य काफी रोचक हैं, जिसे जानने में मजा आता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि टेस्ट क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा बार शून्य पर कौन से बल्लेबाज आउट हुए।
टेस्ट क्रिकेट में लगातार सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने वाले 5 खिलाड़ी
आर जी हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया (5) - 38 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू करने वाले लेग स्पिनर का करियर बहुत छोटा रहा। आर जी हॉलैंड ने 11 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान उन्होंने 34 विकेट झटके। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने शर्मनाक रिकॉर्ड में अपना नाम सबसे ऊपर दर्ज करा रखा है क्योंकि वह इतिहास के पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जो लगातार पांच बार टेस्ट क्रिकेट में बिना खाता खोले यानी शून्य पर आउट हुए हैं। आर जी हॉलैंड के नाम यह रिकॉर्ड 1985 में दर्ज हुआ जब वह एशेज में लगातार दो बार शून्य और फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार तीन बार बिना खाता खोले आउट हुए।
अजित अगरकर, भारत (5) - अजित अगरकर ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की, जिस पर फैंस को गर्व है। वह एक समय तक वनडे में सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज थे। मगर 1999-2000 में उनके नाम अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में लगातार पांच बार शून्य पर आउट हुए। अगरकर पहले एडिलेड में शून्य पर आउट हुए और इसके बाद मेलबर्न व सिडनी में उन्होंने शून्य का पेयर बनाया। लगातार पांच शून्य से पहले अगरकर ने लॉर्ड्स में शतक जमाया था और भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज वनडे अर्धशतक का रिकॉर्ड अब भी अगरकर के नाम दर्ज है। अगरकर ने 191 वनडे, 91 टेस्ट और 4 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और कुल 349 विकेट चटकाए।
मोहम्मद आसिफ, पाकिस्तान (5) - 2005 में पाकिस्तान के लिए डेब्यू करने वाले मोहम्मद आसिफ का करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उन्होंने 2010 में 7 साल के लिए प्रतिबंध झेलने से पहले 23 टेस्ट में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया। मैच फिक्सिंग कांड से पहले पूर्व पाक तेज गेंदबाज का गेंदबाजी रिकॉर्ड शानदार रहा। उन्होंने 23 टेस्ट में 24.45 की औसत से 106 विकेट झटके। हालांकि, बल्लेबाजी में उनकी औसत 5.64 का रहा। इस गेंदबाज का नाम भी लगातार सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने का शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज है। आसिफ को भारत और श्रीलंकाई टीमों ने दो-दो जबकि 2006 में इंग्लैंड ने एक बार शून्य पर आउट किया।
मार्क वॉ, ऑस्ट्रेलिया (4) - मार्क वॉ ने इंग्लैंड के खिलाफ 1991 में टेस्ट डेब्यू में शतक जमाया था। मार्क वॉ आकर्षक शॉट्स खेलने के लिए जाने जाते थे। मगर एक साल बाद यानी 1992 में चीजें बदली और दाएं हाथ के बल्लेबाज श्रीलंका के खिलाफ लगातार दो टेस्ट में चारों पारियों में शून्य पर आउट हुए। उनके चार शून्य ने वॉ का निकनेम ऑडी रखा था क्योंकि उस समय कंपनी ने चार गोले वाला लोगो बनाया था। मार्क वॉ के टीम के साथी उनका यह कहकर भी मजाक उड़ाते थे कि अगर एक और टेस्ट होता तो उनके पास ओलंपिक कहलाने का मौका भी था।
कुसल मेंडिस, श्रीलंका (4) - श्रीलंका के कुसल मेंडिस इस लिस्ट में नया नाम जुड़ा है, जो लगातार टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट हुए हैं। इस शर्मनाक रिकॉर्ड की लिस्ट में कोई बल्लेबाज शामिल नहीं होना चाहेगा। 25 साल के कुसल मेंडिस भी लगातार चार बार बिना खाता खोले आउट हुए। कुसल मेंडिस के नाम यह अनचाहा रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका व इंग्लैंड के खिलाफ दर्ज हुआ। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में वह लगातार तीन पारियों में बिना खाता खोले आउट हुए जबकि एक बार इंग्लैंड के खिलाफ शून्य पर आउट हुए। मेंडिस ने टेस्ट में 34.97 की औसत से 3007 टेस्ट रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने सात शतक और 11 अर्धशतक जमाए।