रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 भी निराशाजनक साबित हुआ और टीम ट्रॉफी के सूखे को समाप्त करने में विफल रही। पिछले साल प्वाइंट्स टेबल में निचले स्थान पर रही आरसीबी इस बार प्लेऑफ में पहुंचने में कामयाब रही थी। हालांकि, खिताब के करीब आने के बावजूद टीम ने मौका गंवा दिया और उसे एलिमिनेटर मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। विराट कोहली की अगुवाई वाली आरसीबी आईपीएल इतिहास की उन तीन टीमों में से एक है, जो अभी तक लीग का खिताब नहीं जीत पाई हैं।
आरोन फिंच के नहीं चलने भारी पड़ा
आरसीबी ने आईपीएल 2020 में अच्छी शुरुआत की थी और फिर कई मुकाबलों में जोरदार प्रदर्शन को बरकरार रखा। लेकिन टूर्नामेंट के खत्म होने की दिशा में बढ़ने के बाद 'विराट सेना' लड़खड़ाई। आरसीबी को आखिरी पांच मैचों में लगातार हार देखने को मिली। एक तरफ जहां विराट कोहली, देवदत्त पडिक्कल और एबी डिविलियर्स ने प्रभावी प्रदर्शन किया वहीं कुछ खिलाड़ी बुरी तरफ फ्लॉप रहे। इसमें एक बड़ा नाम आरोन फिंच का है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने खुलासा किया है कि इस सीजन में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिंच का नहीं चलना आरसीबी को काफी पड़ा है।
'फिंच को आरसीबी ने भरपूर मौके दिए'
बता दें कि फिंच को आरसीबी ने पिछले साल नीलामी में 4.40 करोड़ रुपए में खरीदा था, लेकिन वह उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रहे। उनहोंने 12 मैचों में एक अर्धशशतक की मदद से केवल 268 रन बनाए। उन्होंने कई मैचों में आरसीबी के लिए ओपनिंग भी की। चोपड़ा ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैन पर शेयर किए एक वीडियो में कहा, 'फिंच आरसीबी के लिए इस सीजन में सबसे बड़ी निराशा साबित हुए। टीम ने उनपर बड़ा दांव लगाया थे और लंबे समय तक उसके साथ बने रहे।'
चोपड़ा ने कहा, 'उन्हें सीजन में बल्लेबाजी करने का पूरा मौका मिला। इसलिए कोई यह नहीं कह सकता है कि वह टीम में खेले और उन्हें मौके नहीं दिए गए। आप यह बात मोइन अली के लिए कह सकते हैं कि क्योंकि वह टीम से अंदर और बाहर होते रहे, लेकिन फिंच ने भरपूर मैच खेले। मेरा मतलब है कि उन्होंने शुरुआत में और बाद में कुलकर मिलाकर 12 मैच खेले।'