- तालिबान के काबिज होने के बाद से महिला क्रिकेट पर संकट
- तालिबान के वासिक ने कहा था कि जरूरी नहीं महिलाएं क्रिकेट खेलें
- अब एसीबी चेयरमैन फजली ने इससे बिलकुल उलट बयान दिया है
काबुल: अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के कार्यवाहक चैयरमैन अजिजुल्लाह फजली ने कहा है कि वह इस बारे में स्पष्ट स्थिति देंगे कि देश में महिलाएं किस तरह क्रिकेट खेल पाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि महिला टीम की सभी 25 खिलाड़ी अफगानिस्तान में हैं और उन्होंने देश नहीं छोड़ा है। फजली ने एसबीएस रेडियो पाशतो से कहा, 'हम इस बारे में स्पष्ट स्थिति देंगे कि हम किस तरह महिलाओं को क्रिकेट खेलने की अनुमति प्रदान करेंगे। बहुत जल्द हम अच्छी खबर देंगे कि किस तरह हम लोग इस पर आगे बढ़ेंगे'
वासिक से उलट फजली का बयान
फजली का ताजा बयान तालिबान कलचरल कमीशन के डिप्टी हेड अहमदुल्लाह वासिक के बयान से इतर है जो उन्होंने बुधवार को इसी रेडियो ब्रॉडकास्टर से कहा था। वासिक ने कहा था कि यह जरूरी नहीं है कि महिलाएं क्रिकेट सहित अन्य खेल खेलें। उन्होंने कहा था, 'क्रिकेट में ऐसी स्थिति आ सकती है जहां इनका चेहरा और शरीर ढका हुआ नहीं हो।'
'महिला क्रिकेटर घरों में सुरक्षित हैं'
फजली ने कहा कि महिला क्रिकेटर अपने घरों में सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, 'महिला क्रिकेट की कोच डियाना बाराकजई और उनके खिलाड़ी सुरक्षित हैं और देश में अपने-अपने घरों में रह रहे हैं। कई देशों ने इन्हें अफगानिस्तान छोड़ने के लिए कहा लेकिन इन्होंने देश नहीं छोड़ा और फिलहाल ये सभी अपनी जगहों पर हैं।'
'ऑस्ट्रेलिया एकमात्र टेस्ट को रद्द नहीं करे'
फजली ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से अपील करते हुए कहा है कि वे इस साल नवंबर में होबार्ट में अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के पुरुष टीमों के बीच होने वाले एकमात्र टेस्ट को रद्द नहीं करें। फजली ने कहा, 'हम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से अनुरोध करते हैं कि वे अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले ऐतिहासिक क्रिकेट मैच में देरी नहीं करें।'