- मुंबई ने चौथी बार विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब जीता
- मुंबई ने विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में उत्तर प्रदेश को 6 विकेट से मात दी
- मुंबई के बल्लेबाज आदित्य तारे (118*) का शतक माधव कौशिक (158*) पर पड़ा भारी
नई दिल्ली: आदित्य तारे (118*) और कप्तान पृथ्वी शॉ (73) की उम्दा पारियों की बदौलत मुंबई ने रविवार को विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में उत्तर प्रदेश को 51 गेंदें शेष रहते 6 विकेट से मात देकर चौथी बार खिताब जीता। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में उत्तर प्रदेश ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 50 ओवर में 4 विकेट खोकर 312 रन बनाए। जवाब में मुंबई ने 41.3 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। तारे का यह लिस्ट ए क्रिकेट में पहला शतक था। इसके अलावा मुंबई ने मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी में अपने सभी आठों मैच जीतते हुए खिताब हाथ में लिया।
तारे का मैच विजयी शतक
313 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई को ओपनर्स पृथ्वी शॉ (73) और यशस्वी जायसवाल (29) ने 89 रन की साझेदारी करते हुए दमदार शुरूआत दिलाई। थ्वी शॉ ने 39 गेंदों में 10 चौके और चार छक्के की मदद से 79 रन बनाए। वह विजय हजारे ट्रॉफी के एक एडिशन में 800 या ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। पृथ्वी शॉ ने मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी में 8 मैचों में एक दोहरा शतक, तीन शतक और एक अर्धशतक की मदद से कुल 827 रन बनाए।
शिवम मावी ने सबस्टीट्युट समीर रिजवी के हाथों कैच आउट कराकर पृथ्वी शॉ को पवेलियन भेजा। जल्द ही यशस्वी जायसवाल को शिवम शर्मा के मावी के हाथों कैच आउट कराकर मुंबई को दूसरा झटका दिया।
यहां से आदित्य तारे (118*) ने शम्स मुलानी (36) के साथ तीसरे विकेट के लिए 88 रन की साझेदारी करते हुए मुंबई को 200 रन के पार पहुंचाया। यश दयाल ने मुलानी को मावी के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद तारे का शिवम दुबे (42) ने अच्छा साथ निभाया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 88 रन की साझेदाररी करके स्कोर 300 रन के पार पहुंचा दिया।
दुबे को समीर चौधरी ने समर्थ सिंह के हाथों कैच आउट कराया मुंबई का चौथा व अंतिम विकेट गिरा। तारे ने विजयी शॉट लगाया। उन्होंने 107 गेंदों में 18 चौके की मदद से नाबाद 118 रन बनाए। तारे के साथ सरफराज खान 3 रन बनाकर नाबाद रहे। उत्तर प्रदेशन की तरफ से यश दयाल, शिवम मावी, शिवम शर्मा और समीर चौधरी को एक-एक सफलता मिली।
माधव कौशिक ने लगाया रिकॉर्ड्स का अंबार
इससे पहले माधव कौशिक (158*) के रिकॉर्ड शतक की बदौलत उत्तर प्रदेश ने निर्धारित 50 ओवर में 3 विकेट खोकर 312 रन बनाए। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी उत्तर प्रदेश को कौशिक और समर्थ सिंह (55) ने 122 रन की साझेदारी करके शानदार शुरूआत दिलाई। सोलंकी ने सिंह को क्लीन बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद कप्तान करन शर्मा खाता भी नहीं खोल पाए और कोटियान की गेंद पर तारे को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। प्रियम गर्ग (21) भी बड़ी पारी नहीं खेल सके और कोटियान की गेंद पर दुबे को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए।
इसके बाद अक्षदीप नाथ (55) ने कौशिक का साथ निभाई और चौथे विकेट के लिए 128 रन की साझेदारी की। 40 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से 55 रन बनाने के बाद अक्षदीप रनआउट हुए। वहीं माधव कौशिक 156 गेंदों में 15 चौके और 4 छक्के की मदद से 158 रन बनाकर नाबाद रहे। 23 साल के माधव कौशिक ने लिस्ट ए करियर में अपना पहला शतक जमाया।
माधव कौशक (158* रन) लिस्ट ए क्रिकेट के खिताबी मुकाबले में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। माधव कौशिक विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। मुंबई की तरफ से तनुष कोटियान को दो जबकि प्रशांत सोलंकी को एक सफलता मिली।