- मेलबर्न में प्रोटोकॉल उल्लंघन विवाद ने बढ़ा दिया है सिडनी टेस्ट का रोमांच
- अब तक सिडनी में भारत को मिली है केवल एक जीत
- पिछले दो दौरों में भारतीय टीम को सिडनी में नहीं मिली है हार
मेलबर्न: रोहित शर्मा सहित टीम इंडिया के पांच खिलाड़ियों द्वारा कोराना प्रोटोकॉल के उल्लंघन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड्स के बीच तनातनी हो रही है। एडिलेड टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना करने के बाद टीम इंडिया ने मेलबर्न टेस्ट में जिस शानदार अंदाज में वापसी की वो कंगारुओं को सहन नहीं हुई। ऐसे वो कोरोना प्रोटोकॉल उल्लंघन के मामले को ज्यादा तूल दे रहे हैं। इसलिए सीरीज के बाकी के बचे दो मैचों को लेकर रोमांच बढ़ता जा रहा है।
12 में से पांच मैच में मिली है भारत को हार
ऐसे में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले जाने वाले सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच पर दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें टिक गई हैं। भारतीय टीम का सिडनी के मैदान पर रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है। यहां खेले 12 टेस्ट मैच में उसे केवल एक मैच में जीत हासिल हुई है जबकि 6 मैच बराबरी पर समाप्त हुए हैं। जबकि पांच मैच में मेजबान टीम विजयी हुई है। सबसे अच्छी बात यह है कि इस मैदान पर भारतीय टीम को पिछले दो दौरों पर हार का सामना नहीं करना पड़ा है।
7 जनवरी साबित हो सकती है टीम के लिए लकी
ऐसे रिकॉर्ड के बावजूद इस मैदान पर टीम इंडिया की जीत का संयोग बन रहा है। भारतीय टीम सिडनी में केवल एक मैच जीतने में सफल हुई है। मैच भी 43 साल पहले इसी मैदान पर खेला गया था। संयोगवश इस बार भी टेस्ट मैच 7 जनवरी को शुरू होने जा रहा है। आम तौर पर सिडनी में खेला जाने वाला न्यू ईयर टेस्ट 2 या 3 जनवरी को शुरू होता है। लेकिन इस बार बीसीसीआई के अनुरोध पर इस मैच के लिए कार्यक्रम में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बदलाव किया था।
43 साल पहले भारत को सिडनी में मिली थी एकलौती जीत
43 साल पहले बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में खेले गए उस मैच में टीम इंडिया ने पारी और 2 रन के अंतर से जीत हासिल की थी। बेदी, प्रसन्ना और चंद्रशेखर की तिकड़ी ने उस मैच में 15 विकेट झटककर भारत को जीत दिलाई थी। उस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। ऐसे में बिशन सिंह बेदी, इरापल्ली प्रसन्ना और भागवत चंद्रशेखर ने ऑस्ट्रेलिया को 131 रन पर ढेर कर दिया। बेदी ने तीन, चंद्रशेखर ने 4 और प्रसन्ना ने 1 विकेट लिए।
बेदी, प्रसन्ना चंद्रशेखर ने लिखी थी जीत की इबारत
इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 8 विकेट पर 396 रन बनाकर घोषित की। गुंडप्पा विश्ननाथ(79) और करसन घावरी(64) ने अर्धशतक जड़ा और अन्य बल्लेबाजों ने भी बल्ले से योगदान दिया। ऐसे में 265 रन की बढ़त हासिल करने के बाद भारत ने पारी समाप्ति की घोषणा कर दी। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने संभलकर बल्लेबाजी की लेकिन गैरी कोसियर(68) और पीटर टोहे(85) ने पारी को संभाला लेकिन बाकी के बल्लेबाजों के पास भारत की स्पिन तिकड़ी का कोई तोड़ नहीं था। ऐसे में बेदी और चंद्रशेखर ने 2-2 और प्रसन्ना ने 4 विकेट चटकाकर भारतीय टीम को पारी और 2 रन के अंतर से जीत दिला दी। इस जीत के साथ ही सीरीज 2-2 से बराबर हो गई थी।