कराची किंग्स ने लाहौर कलंदर्स को 5 विकेट से हराकर पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) 2020 का खिताब जीत लिया। लाहौर की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट गंवाकर 134 रन बनाए। जवाब में इमाद वसीम की अगुवाई वाली कराची की टीम ने 18.4 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 135 रन बनाकर फाइनल अपने नाम कर लिया। कराची के पहली बार चैंपियन बनने के बाद इमाद ने दिवंगत डीन जोंस को याद किया और उन्हें खिताब जीतने का क्रेडिट दिया। दरअसल, 59 वर्षीय जोंस कराची टीम के कोच थे और उनका इसी साल सितंबर में देहांत हो गया था।
'दुनिया में डींस जोंस से बहुत कम कोच'
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर और मशहूर कमेंटेटर रहे डीन जोंस ने कराची किंग्स से पहले लीग में इस्लामाबाद यूनाइटेड की कोचिंग की जिम्मेदारी संभाली थी। वह मार्च में कराची टीम के कोच बने, लेकिन फिर कोरोना महामारी के बढ़त प्रकोप के कारण टूर्नामेंट को प्लेऑफ से पहले रोक दिया गया था। पिछले हफ्ते प्लेऑफ मुकाबले शुरू और 17 नवंबर को खिताबी मुकाबला खेला गया। फाइनल जीतने के बाद इमाद ने कहा, 'इसका श्रेय डीन जोंस को जाता है। उन्होंने हमें जो सिखाया, वो दुनिया में बहुत कम कोच कर सकते हैं। उनके जैसे चुनिंदा कोच हैं।'
जोंस की जगह अकरम ने संभाली जिम्मेदारी
इमाद ने प्लेऑफ मैचों में जोंस की जगह लेने वाले पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज क्रिकेट वसीम अकरम को भी श्रेय दिया। उन्होंने कहा, 'वसीम अकरम निश्चित रूप से ट्रॉफी के हकदार हैं, क्योंकि वह हमारे गेंदबाजी कोच, मुख्य कोच और मेंटोर थे।' उन्होंने साथ ही कहा, 'इस फ्रेंचाइजी की कप्तानी करना सम्मान की बात है।' गौरतलब है कि जोंस का निधन मुंबई के एक होटल में हार्ट अटैक की वजह से हुआ था। वह आईपीएल 2020 के मैचों की कमेंटरी के लिए भारत आए हुए थे। 1994 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलविदा कहने वाले जोंस कमेंटरी में मजाकिया अंदाज के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपने करियर में 52 टेस्ट और 164 वनडे मैच खेले और इस दौरान तकरीबन 10 हजार अंतरराष्ट्रीय रन बनाए।