- सुरेश रैना ने भी अपने चहते कप्तान एमएस धोनी के साथ शनिवार को किया था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान
- साल 2018 में इंग्लैंड दौरे पर रैना आखिरी बार नजर आए थे टीम इंडिया की जर्सी में आए थे नजर
- रैना ने धोनी के अंदाज में एक वीडियो साझा करते हुए संन्यास पर बयान जारी किया है
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। धोनी के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए उनके चहेते खिलाड़ियों में से एक सुरैश रैना ने भी धोनी की इस यात्रा में साथी बनने का फैसला करते हुए अपने संन्यास की घोषणा कर दी। धोनी के संन्यास के धमाके की खबर के बीच रैना की संन्यास की खबर छोटी पड़ गई। ऐसे में एक दिन बाद रैना ने धोनी के ही अंदाज में अपनी यात्रा का एक वीडियो साझा करते हुए अपना बयान जारी किया।
जहां धोनी ने मुकेश के गीत मैं पल दो पल का शायर हूं गाने के इर्दगिर्द अपनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यात्रा का ताना बाना बुना था वहीं 33 वर्षीय सुरेश रैना ने इसके लिए फिल्म बजरंगी भाईजान में जुबीन नौटियाल के गाए गीत जिंदगी कुछ तो बता को चुना। इस वीडियो में रैना ने अपने डेब्यू से लेकर आखिरी मैच 2011 विश्व कप जीत की वीडियो क्लिपिंग्स साझा की हैं। जिसमें उन्होंने करियर के उतार चढ़ाव और नीदरलैंड में घुटने के ऑपरेशन के बाद की तस्वीर भी साझा की है। तीन मिनट 47 सेकेंट के इस वीडियो में उनकी धोनी के साथ दोस्ती और करीबी भी दिखाई देती है।
इसके अलावा उन्होंने एक बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने बचपन से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का सपना पूरा होने और उस यात्रा में साथ देने वाले लोगों का शुक्रिया अदा किया है। इस बयान में रैना ने कहा है कि उन्हें क्रिकेट के अलावा कुछ नहीं आता है उनकी रगों में खून दौड़ता है। आईए जाने रैना ने अपने बयान में क्या क्या कहा और किन पलों का जिक्र किया है।
'बहुत सी मिली जुली भावनाओं के साथ मैं अपने संन्यास का ऐलान कर पाया हूं। भारतीय टीम में जगह बनाने से पहले बहुत ही कम उम्र से, मैं एक छोटे से लड़के के रूप में अपने छोटे से शहर की गली और नुक्कड़ (गली और कोने) में क्रिकेट खेलता था।' मुझे जो कुछ भी पता है वह क्रिकेट है, मैंने जो कुछ किया है वह क्रिकेट है, और यह मेरी रगों में दौड़ता है।
'ऐसा एक भी दिन नहीं गुजरा जब मुझे भगवान का आशीर्वाद और लोगों का प्यार नहीं मिला। ये सभी लोग मुझ पर प्यार करने के अलावा कुछ नहीं करते थे। मैं उन सभी के आशीर्वाद का मान रखने की कोशिश कर रहा था। अपने देश तथा इस यात्रा का हिस्सा रहे सभी को उसके बदले खेल के जरिये वापस देने की कोशिश कर रहा था।'
मेरी कई बार सर्जरी हुई, झटके लगे और ऐसे क्षण आये जब मैंने इसके(संन्यास) बारे में सोचा लेकिन इसके लिए मैं ऐसी किसी चीज के लिए रुकना नहीं चाहता था जो उचित नहीं थी।'
'यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है और यह उन सभी के बिना संभव नहीं होता जिन्होंने करियर में उतार-चढ़ाव के दौरान मेरा समर्थन किया। यह यात्रा मेरे माता-पिता, मेरी प्यारी पत्नी प्रियंका, मेरे बच्चों ग्रेसिया और रियो, मेरे भाइयों, मेरी बहन और हमारे परिवार के सभी सदस्यों के असीम समर्थन और बलिदान के बिना संभव नहीं हो सकती थी। यह सब आप ही हैं।'
मेरे कोच जिन्होंने हमेशा मुझे सही दिशा दिखाई, मेरे चिकित्सकों ने मुझे ठीक करने में मदद की, मेरे प्रशिक्षकों ने मुझे सर्वोच्च स्तर पर प्रदर्शन करने में मदद की।'
नीली जर्सी (भारतीय टीम) के मेरे साथी, नीले रंग में अद्भुत भारत टीम के समर्थन के बिना कुछ भी संभव नहीं होता। मुझे बहुत अच्छे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिला और वो सभी टीम इंडिया के लिए खेले। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे राहुल भाई (द्रविड), अनिल भाई (कुंबले), सचिन पाजी (तेंदुलकर), चीकू (विराट कोहली) और खासतौर पर महेन्द्र सिंह धोनी के साथ एक दोस्त और मेंटर के रूप में मार्गदर्शन मिलने के अलावा कुछ बेहतरीन सोच वाले कप्तानों की निगरानी में खेलने को मिला।'
भारतीय क्रिकेट टीम और उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का धन्यवाद जिनके समर्थन और सहयोग के कारण उत्तर प्रदेश के एक लड़के का टीम इंडिया के लिए खेलने का सपना साकार हो सका।
और अंत में मेरे प्रशंसक, आज मैं जो कुछ भी हूं आपके उस प्यार और प्रशंसा की वजह से हूं जो आपने बरसों मेरे ऊपर बरसाया। उन सभी लोगों को मैं तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय और सर्वोच्च स्तर पर क्रिकेट खेलते हुए मेरा समर्थन किया। मैं हमेशा उनके प्रति कृतज्ञ रहूंगा।
फॉरएवर, टीम इंडिया जय हिंद!
सुरेश रैना