- एंजेलो मैथ्यूज ने चार बल्लेबाजों में से चुना सर्वश्रेष्ठ
- मैथ्यूज ने कहा कि कुमार संगकारा के बाद इस बल्लेबाज का प्रदर्शन सबसे निरंतर बेहतर रहा
- एंजेलो मैथ्यूज ने 2011 विश्व कप के बारे में भी बातें की
कोलंबो: श्रीलंका के पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, जो रूट और केन विलियमसन में से सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज चुना है। 2014 में श्रीलंका की टी20 विश्व कप चैंपियन टीम के सदस्य मैथ्यूज का मानना है कि भारतीय कप्तान निरंतरता के मामले में अन्य तीनों बल्लेबाजों को पीछे छोड़ चुके हैं। बता दें कि कोहली, रूट, विलियमसन और स्मिथ इस समय विश्व के चार सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माने जाते हैं, जिसमें रोहित शर्मा और क्विंटन डी कॉक का नाम भी शामिल है।
ये चारों बल्लेबाज आस-पास खेलने उतरे और अपनी टीमों के कप्तान बने। स्टीव स्मिथ हालांकि बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद कप्तानी गंवा बैठे हैं। इन सभी के खिलाफ खेल चुके मैथ्यूज ने कहा कि विराट कोहली उनकी पसंद हैं क्योंकि पूर्व श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा के बाद भारतीय कप्तान ने सबसे ज्यादा निरंतरता दिखाते हुए रन बनाए। मैथ्यूज ने क्रिकट्रैकर से बातचीत में कहा, 'मैं विराट कोहली का नाम लूंगा क्योंकि संगकारा के बाद उनका प्रदर्शन सबसे निरंतर रहा है।'
विश्व कप में इसलिए पिछड़ गया श्रीलंका
इसके अलावा एंजेलो मैथ्यूज ने 2011 विश्व कप पर खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई टीम करीब 50 रन पीछे रह गई, जो मैच में फर्क पैदा कर सकती थी। महेल जयवर्धने के शतक की बदौलत श्रीलंका ने भारत को जीत के लिए 275 रन का लक्ष्य दिया था। गौतम गंभीर (97) और कप्तान एमएस धोनी (91*) की उम्दा पारियों की बदौलत भारत ने लक्ष्य हासिल किया और 28 साल का सूखा समाप्त करते हुए विश्व कप खिताब हासिल किया।
मैथ्यूज ने इस मुकाबले में कोहली के 35 रन के योगदान का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के आउट होने के बाद कोहली ने गंभीर के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी करके भारतीय टीम की मैच में वापसी कराई थी। श्रीलंकाई ऑलराउंडर ने कहा, 'मुझे अब भी महसूस होता है कि अगर 320 रन स्कोरबोर्ड पर टंगे होते तो भारत के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को तगड़ी फाइट देते। भारतीय विकेट सड़क के समान सपाट हैं और जब बल्लेबाज अपनी लय में आता है तो उसे रोकना मुश्किल हो जाता है। भारत के पास बेहद मजबूत बल्लेबाजी क्रम था। वानखेड़े बड़ा स्टेडियम नहीं है, लेकिन जब गेंद पर प्रहार करते हैं तो वह बाउंड्री पार जाती है और पिच अच्छी थी।'
उन्होंने आगे कहा, 'हम लोग 20 से 30 रन पीछे थे। हमारे पास अपने मौके थे। मगर गौतम गंभीर और विराट कोहली ने शानदार बल्लेबाजी की। फिर एमएस धोनी जुड़े और मैच समाप्त किया। वैसे, वो मुकाबला शानदार था।'