- ग्रीम स्वान भारतीय क्रिकेट टीम की ऑस्ट्रेलिया में सफलता से हैं काफी प्रभावित
- अब एशेज से बड़ी उपलब्धि भारत को भारत में हराना है
- अच्छे स्पिनरों के बगैर भारत को हरा पाना है मुश्किल
लंदन: इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर ग्रीम स्वान का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया में एतिहासिक टेस्ट जीत के बाद भारत की टीम 'लगभग अजेय' लग रही थी और अगर इंग्लैंड की टीम अगले महीने विराट कोहली की टीम को हरा देती है तो एशेज के लिए अपने 'जुनून' से बड़ी उपलब्धि हासिल करेगी। इंग्लैंड पांच फरवरी से चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए भारत का दौरा करेगा जबकि इसके बाद पांच टी20 और तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला भी खेली जाएगी।
स्वान ने कहा कि पहले मैच के बाद कप्तान कोहली के उपलब्ध नहीं होने के बावजूद भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर वैसा दबदबा बनाया जैसे बहुत कम टीमें बना पाती हैं। स्वान ने 'द सन' से कहा, 'इंग्लैंड हमेशा कहता है कि एशेज श्रृंखला होने वाली है। ऑस्ट्रेलिया अब दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं है। कभी वे होते थे, काफी आगे.... अब ऐसा नहीं है लेकिन हमारे अंदर इसे लेकर जुनून है।'
भारत को भारत में हराना है बड़ी उपलब्धि
उन्होंने कहा, 'हमें एशेज श्रृंखला से आगे बढ़ना होगा। मुझे लगता है कि अभी भारत को भारत में हराना इससे कहीं बड़ी उपलब्धि है। 2012 में उन पर हमारी जीत के बाद से वे भारत में लगभग अजेय हैं।' स्वान ने कहा कि अगर इंग्लैंड दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनना चाहता है तो उन्हें सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया को हराने का प्रयास करने की चाहत से आगे बढ़ना होगा। एशेज श्रृंखला इस साल आस्ट्रेलिया में दिसंबर से खेली जाएगी।
अतीत की गलतियों से ले इंग्लैंड सीख
इंग्लैंड के लिए 2008 से 2013 के बीच 60 टेस्ट में 255 विकेट चटकाने वाले 41 साल के पूर्व ऑफ स्पिनर स्वान ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों को अतीत की गलतियों से सीखने और केविन पीटरसन की तरह स्पिन का सामना करने को कहा जिसकी बदौलत इंग्लैंड 2012 में भारत में टेस्ट श्रृंखला जीतने में सफल रहा था।
ऐसे खिलाड़ियों के साथ किया जाए भारत का सामना
उन्होंने कहा, 'लोग ऐसा क्यों नहीं कह रहे कि यह मौका है कि स्पिन खेलने वाले अच्छे खिलाड़ियों के साथ इस टीम का सामना किया जाए, कदमों का इस्तेमाल करो, हम जिस तरह स्पिन का सामना करते हैं उसे पूरी तरह बदल दो और इसके बाद हम भारत को हरा सकते हैं।'
स्वान ने कहा, 'हम भारत को तब तक नहीं हरा सकते जब तक कि स्पिनर विकेट ना चटकाएं और इसके बाद किसी को उस तरह बल्लेबाजी करनी होगी जैसी केविन पीटरसन ने की थी।' स्वान ने कहा कि पूर्व कप्तान पीटरसन ने स्पिन के खिलाफ इंग्लैंड के खेलने के तरीके को बदल दिया था।