- अब होगा एशेज टेस्ट सीरीज का आगाज
- इस बार ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है इंग्लैंड की टीम
- ब्रिस्बेन में 35 साल से कोई टेस्ट नहीं जीत सका है इंग्लैंड
Ashes Series 1st Test: एशेज सीरीज का आगाज बुधवार से गाबा में हो रहा है। यहां जो रूट की अगुवाई वाली इंग्लैंड की टीम पांच मैचों की सीरीज में पैट कमिंस की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलिया टीम से भिड़ेगी। रूट की टीम का लक्ष्य 2010-11 के बाद से ऑस्ट्रेलिया में एशेज जीतना होगा, जबकि ऑस्ट्रेलिया को अब कमिंस की अगुवाई में एशेज को बरकार रखने की जिम्मेदारी होगी।
एशेज सीरीज से पहले ही दोनों टीमें ऑफ-फील्ड विवादों में घिर चुकी हैं। इंग्लैंड की टीम अजीम रफीक नस्लवाद कांड में उलझ गई है, जबकि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन ने पिछले महीने 2017 में एक महिला सहयोगी के साथ हुए विवाद के बाद कप्तानी पद से इस्तीफा दे दिया था। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों, जो आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। दोनों कई मायनों में अलग टीमें हैं। एक टीम मुश्किल से टेस्ट क्रिकेट खेलती है, जबकि दूसरी टीम बहुत ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेल रही है।
दो साल बाद विदेश में टेस्ट खेलेगा ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया टीम ने जनवरी 2020 में चार टेस्ट मैचों की एक सीरीज खेली है, जो वह भारत के खिलाफ घर में हार गई थी। वहीं, 2019 एशेज के बाद से विदेशों में नहीं खेली है। दूसरी ओर, इंग्लैंड इस साल पांचवीं सीरीज खेलने वाला है, लेकिन उनमें 12 में से सिर्फ चार में जीत हासिल की है।
इंग्लैंड ने की 12 सदस्यीय टीम का ऐलान
इंग्लैंड ने गाबा टेस्ट पहले 12 सदस्यीय टीम की घोषणा की और उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो की जगह ओली पोप को प्राथमिकता दी। वहीं, टीम की ओर से टेस्ट क्रिकेट में उनके प्रमुख विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को पहले एशेज टेस्ट में शामिल नहीं किया गया है।
हालांकि, स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को शामिल करने से मदद मिलेगी, जिन्होंने आखिरी बार मार्च में एक टेस्ट खेला था। तब से वह क्रिकेट से दूर थे। 30 साल के स्टोक्स, रूट के बाद इंग्लैंड के दूसरे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, जो सभी परिस्थितियों में विकेट लेने का हुनर भी जानते है।
जोस बटलर ने कहा, "वह नेट्स में बहुत अच्छे दिखने के साथ फिट नजर आ रहे है। अभ्यास के दौरान गेंद को अच्छे से खेल रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "बेन के टीम में होने से हमारे लिए एक बड़ा प्लस पॉइंट है। वह न केवल अपने कौशल से टीम के लिए अच्छा करते है, बल्कि मैदान पर उसके चरित्र के बारे में भी हम सभी जानते हैं।"
ऑस्ट्रेलिया के लिए नए युग की शुरुआत
इस बीच, यह ऑस्ट्रेलिया के लिए एक नए युग की शुरुआत है जिसमें कमिंस पहली बार अपने देश का नेतृत्व कर रहे हैं। 1956 के बाद से पहले ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी कप्तान बनाए गए हैं और एलेक्स कैरी भी विकेटकीपर के रूप में नए खिलाड़ी को शामिल किया गया है।
पैट कमिंस के पास मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और नाथन लियोन जैसे बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण है, जिसने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बड़े-बड़े मैच जीतने में मदद की। वहीं, घर की परिस्थितियों में डेविड वार्नर, मार्नस लाबुस्चगने और स्टीवन स्मिथ अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हैं।
ऑस्ट्रेलिया के प्लेइंग-11 का ऐलान
गाबा टेस्ट से पहले, ऑस्ट्रेलिया ने भी अपने प्लेइंग इलेवन की घोषणा कर दी है। मार्कस हैरिस टीम को शुरुआत देने के लिए वार्नर के साथ साझेदारी करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जबकि जोश इंगलिस के बारे में कुछ विचार-विमर्श के बाद केरी को पेन की जगह नामित किया गया था। मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने के लिए ट्रेविस हेड और उस्मान ख्वाजा के बीच चयनकर्ताओं ने ख्वाजा के अनुभव और गाबा में कहीं बेहतर रिकॉर्ड के बावजूद युवा खिलाड़ी के साथ जाने का फैसला किया।
यहां 35 साल से नहीं जीता इंग्लैंड
ऑस्ट्रेलिया को गाबा में जोरदार शुरुआत करने की उम्मीद होगी, जहां इंग्लैंड 1986 के बाद से नहीं जीता है। 1882-83 से अब तक 71 एशेज सीरीज खेली गई है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 33 और इंग्लैंड ने 32 जीती है और छह ड्रॉ पर समाप्त हुई है।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं
इंग्लैंड टीम: जो रूट (कप्तान), स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), हसीब हमीद, जैक लीच, डेविड मलान, ओली पोप, ओली रॉबिन्सन, बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स और मार्क वुड।
ऑस्ट्रेलियाई टीम: पैट कमिंस (कप्तान), डेविड वार्नर, मार्कस हैरिस, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रैविस हेड, कैमरन ग्रीन, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), नाथन लियोन, जोश हेजलवुड और मिशेल स्टार्क।