- भारत ने ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से मात दी
- भारतीय टीम ने मौजूदा टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की
- ऑस्ट्रेलिया को गाबा मैदान पर 1988 के बाद पहली बार टेस्ट में शिकस्त मिली
गाबा: टीम इंडिया ने 'जख्मी शेरों' के साथ ऑस्ट्रेलिया का गाबा में घमंड तोड़ा और चौथा टेस्ट 4 विकेट से जीतकर मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया। रिषभ पंत (89*) और शुभमन गिल (91) की उम्दा पारियों की बदौलत टीम इंडिया ने मंगलवार को ब्रिस्बेन टेस्ट के पाचवें व अंतिम दिन 328 रन के लक्ष्य को हासिल कर लिया। भारत ने 97 ओवर में 7 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया। पंत के साथ नवदीप सैनी नाबाद रहे।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और उसकी पहली पारी 369 रन पर ऑलआउट हुई। जवाब में टीम इंडिया की पहली पारी 336 रन पर ऑलआउट हुई। मेजबान टीम को पहली पारी के आधार पर 33 रन की बढ़त मिली। इसके बाद स्टीव स्मिथ (55) की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 294 रन पर ऑलआउट हुई। फिर भारत ने आखिरी दिन लक्ष्य हासिल करके इतिहास रच दिया। उल्लेखनीय है कि टीम इंडिया ने अपने प्रमुख खिलाड़ियों के बिना भी टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाबी हासिल की।
अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर दूसरी बार टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया। इससे पहले विराट कोहली की कप्तानी में 2018 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी जमीन पर टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी थी। इसी के साथ भारतीय टीम ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज अपने पास बरकरार रखी।
भारत ने ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया का घमंड चकनाचूर कर दिया। इस मैदान पर 32 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को पहली शिकस्त मिली। आखिरी बार ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया को वेस्टइंडीज के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी। साथ ही साथ यह तीसरा मौका रहा जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ पहली पारी में 33 रन की बढ़त बनाई और इसके बाद वह टेस्ट हार गया। इससे पहले 2003 एडिलेड और 1979 में हुआ था।
भारतीय पारी का हाल
टीम इंडिया ने पांचवें व अंतिम दिन अपनी पारी 4/0 के स्कोर से आगे बढ़ाई। रोहित शर्मा (7) बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे और पैट कमिंस की गेंद पर टिम पेन को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए।
शतक से चूके गिल
रोहित शर्मा के जल्दी आउट होने के बाद शुभमन गिल (91) और चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय पारी को संभाला। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 114 रन की साझेदारी करके मुकाबला रोमांचक बना दिया। गिल ने इस दौरान अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया और तेजी से शतक की तरफ बढ़ने लगे। इस दौरान उन्होंने मिचेल स्टार्क की जमकर धुनाई भी की। नाथन लियोन ने गिल को शतक पूरा करने से रोका और स्मिथ के हाथों कैच आउट कराया। गिल ने 146 गेंदों में 8 चौके और दो छक्के की मदद से 91 रन बनाए।
फिर कप्तान अजिंक्य रहाणे (24) ने तेजी से रन बनाए, लेकिन पैट कमिंस की गेंद पर वह विकेटकीपर पेन को कैच थमाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद मयंक अग्रवाल से पहले टीम ने रिषभ पंत को भेजा।
मैच विनर साबित हुए पंत
पंत और पुजारा (56) ने चौथे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी करके टीम इंडिरूा को मैच में बनाए रखा। कमिंस ने पुजारा को एलबीडब्ल्यू आउट करके भारत को तगड़ा झटका दिया। इसके बाद कमिंस ने मयंक अग्रवाल (9) को वेड के हाथों झिलवाकर ऑस्ट्रेलिया की वापसी कराई। मगर रिषभ पंत ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और मुकाबला भारत के पक्ष में मोड़ दिया। वॉशिंगटन सुंदर (23) ने पंत के साथ मिलकर छठें विकेट के लिए 53 रन की साझेदारी करके भारत को जीत के करीब पहुंचाया। जब टीम इंडिया जीत से 10 रन दूर थी तब लियोन की गेंद पर सुंदर रिवर्स स्वीप शॉट खेलने गए और बोल्ड हो गए।
इसके बाद शार्दुल ठाकुर (2) को हेजलवुड ने नाथन लियोन के हाथों कैच आउट करा दिया। फिर पंत ने मैच विजयी चौका जमाकर भारत की सीरीज जीत पर मुहर लगा दी। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पैट कमिंस ने चार विकेट झटके। नाथन लियोन को दो विकेट मिले। जोश हेजलवुड के खाते में एक विकेट आया।
याद हो कि एडिलेड में पहला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से जीता जबकि मेलबर्न में भारत ने जोरदार वापसी करते हुए 8 विकेट से जीत दर्ज की। सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट बेनतीजा रहा।
दोनों टीमें
ऑस्ट्रेलिया - डेविड वॉर्नर, मार्कस हैरिस, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, मैथ्यू वेड, कैमरन ग्रीन, टिम पेन (कप्तान और विकेटकीपर), पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन, जोश हेजलवुड।
भारत - रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (कप्तान), मयंक अग्रवाल, रिषभ पंत (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी, मोहम्मद सिराज, टी नटराजन।