एडिलेड: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का इंग्लैंड की मेजबानी में खेली गई एशेज सीरीज के दौरान चला नाकामी का सिलसिला आखिरकार थम गया। बॉल टेंपरिंग विवाद में एक साल लंबे प्रतिबंध का सामना करने के बाद वॉर्नर ने विश्व कप के दौरान बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था और रोहित शर्मा के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे पायदान पर रहे। लेकिन इसके ठीक बाद खेली गई एशेज सीरीज में वो बुरी तरह फ्लॉप रहे। एशेज सीरीज के दौरान वो केवल एक अर्धशतक जड़ सके थे। एशेज 2019 के पांच मैच की 10 पारियों में वो कुल 95 रन 9.5 की औसत से बना सके थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 61 रन था।
लेकिन घरेलू सरजमीं पर एशेज की असफलता को पीछे छोड़ते हुए गाबा के मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ शानदार शतक जड़ दिया। हालांकि डेब्यूटेंट नसीम शाह ने वॉर्नर को एलबीडब्ल्यू कर दिया था लेकिन अंपायर ने बाद में उस गेंद को नो बॉल करार दिया। ऐसे में नसीम वॉर्नर को पहला टेस्ट शिकार बनाने से चूक गए।
वॉर्नर ने शानदार और अपने जाने पहचाने अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए चायकाल के बाद 180 गेंद में अपना 22वां टेस्ट शतक पूरा किया। उन्होंने संभलकर बल्लेबाजी करते हुए अपनी पारी में 7 चौके जड़े। इसी दौरान पहले विकेट के लिए जो बर्न्स के साथ पहले विकेट के लिए 327 गेदों में 200 रन की साझेदारी पूरी की। वॉर्नर शतक पूरा करने के बाद भी नहीं रुके और 257 गेंद पर 10 चौकों की मदद से 150 रन भी पूरे कर लिए। यह वॉर्नर का पाकिस्तान के खिलाफ चौथा टेस्ट शतक भी है। यह पाकिस्तान के खिलाफ उनकी सबसे बड़ी टेस्ट पारी भी है।
दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान 240 रन के जवाब में 1 विकेट खोकर 312 रन बना लिए हैं और पहली पारी में 72 रन की बढ़त हासिल कर ली है। डेविड वॉर्नर 151* और लाबुशेन 55* रन बनाकर खेल रहे हैं। जो बर्न्स 97 रन बनाकर आउट हुए।