पाकिस्तान क्रिकेट टीम हमेशा से विवादों के बीच रही है। टीम के अंदर बवाल और हंगामे की खबरें कोई नई बात नहीं है। जहां तक कप्तान की बात है तो इस टीम का कप्तान हमेशा दबाव में रहा है क्योंकि हमेशा उसको कुछ खिलाड़ियों का विरोध झेलना पड़ा है या फिर टीम के अंदर ही गुटबंदी शुरू हो गई है। अब युवा खिलाड़ी बाबर आजम को तीनों प्रारूपों की कप्तानी सौंप दी गई है, ऐसे में फिर से गुटबंदी का धुंआ उठने लगा और सवाल सामने आने लगे। न्यूजीलैंड दौरे पर जाने से पहले बाबर आजम से इस बारे में सवाल पूछा गया।
बाबर आजम ने कहा है कि उनकी टीम में कोई गुटबंदी नहीं है और वह सीनियर खिलाड़ियों के सहयोग से स्वतंत्र नेतृत्वकर्ता बनना चाहेंगे। पाकिस्तानी टीम 23 नवंबर को न्यूजीलैंड के लिये रवाना होगी जिसमें 35 खिलाड़ी और 15 अधिकारी शामिल हैं।
ये एक युवा टीम है, कोई गुटबाजी नहीं
लाहौर में मीडिया से बात करते हुए बाबर ने उस सवाल को खारिज कर दिया कि उन्हें कप्तान बनाये जाने को लेकर खिलाड़ियों में कोई विरोध है। बाबर ने कहा, ‘ये युवा टीम है और हमारे ड्रेसिंग रूम में कोई गुटबाजी या विरोध नहीं है। टीम एकजुट है। प्रत्येक खिलाड़ी सम्मान करता है और दूसरे खिलाड़ियों का समर्थन करता है और उनके प्रदर्शन पर गर्व करता है। हमारी टीम में कोई किसी का मजाक नहीं उड़ाता।’
कोई दबाव नहीं
जब बाबर आजम से ये पूछा गया कि क्या उन पर अतिरिक्त जिम्मेदारी का कोई दबाव है। तो उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें दबाव महसूस नहीं हो रहा। उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा दबाव के साथ खेला हूं। जब मैं पाकिस्तानी टीम के साथ आया था तो मुझ पर प्रदर्शन करने का दबाव था। हमें प्रत्येक दिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अब एक नयी चुनौती है और जिम्मेदारी है और मैं सफेद गेंद के क्रिकेट के अनुभव का इस्तेमाल करने की कोशिश करूंगा।’ पाकिस्तान की सीनियर क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड में तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय और दो टेस्ट मैच खेलेगी जबकि पाकिस्तानी-ए टीम चार दिवसीय दो मैच और चार या पांच टी20 मैच खेलेगी।