नई दिल्ली: बांग्लादेश के टेस्ट और टी20 कप्तान शाकिब अल हसन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने दो साल का बैन लगा दिया। शाकिब के खिलाफ यह कार्रवाई भ्रष्ट पेशकश की रिपोर्ट आईसीसी की एसीयू इकाई को नहीं करने के लिए की गई है। शाकिब पर इस मामले में पिछले 10 महीनों से जांच चल रही थी लेकिन आईसीसी ने बैन की घोषणा मंगलवार को की। हालांकि, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) प्रमुख नजमुल हसन ने दावा किया है कि बीसीबी को शाकिब के खिलाफ आईसीसी की भ्रष्टाचार-रोधी जांच के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
स्थानीय मीडिया ने हसन के हवाले से कहा, 'मैं स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि न ही मुझे और न ही बीसीबी के किसी व्यक्ति को जांच के बारे में कुछ पता था जो जनवरी से चल रही थी।' उन्होंने कहा, 'उन्होंने कहा, 'एसीयू (स्वंतत्र संस्था) ने शाकिब से बात की। उसने खिलाड़ियों के साथ हड़ताल से संबंधित बैठक के बाद मुझे दो या तीन दिन पहले सूचित किया।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं इस बात से इनकार नहीं करता कि इस मुद्दे पर रिपोर्ट नहीं करने के लिए मैं उनसे नाराज था। लेकिन हम इस बात से खुश हैं कि उन्होंने आईसीसी एसीयू के साथ पूर्ण सहयोग किया है और उनके शिक्षा कार्यक्रम के लिए अपनी प्रतिबद्धता का वादा किया।'
गौरतलब है कि शाकिब पर एक साल का पूर्ण प्रतिबंध और 12 महीने की अवधि का निलंबित प्रतिबंध लगाया गया है। यह तब लागू होगा अगर शाकिब आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता का पालन नहीं करते हैं। यह प्रतिबंध सभी प्रारूपों पर लागू होगा। इस समय दुनिया के नंबर एक आलराउंडर शाकिब अगले साल इंडियन प्रीमियर लीग और ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर 2020 तक होने वाले टी20 विश्व कप में नहीं खेल सकेंगे।