नई दिल्ली: बांग्लादेशी कप्तान और दुनिया के नंबर एक ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने दो साल का बैन लगाया है। शाकिब ने कई बार भ्रष्ट पेशकश होने के बावजूद आईसीसी को जानकारी नहीं दी जिसके बाद मंगलवार को उनपर बैन लगाने की घोषणी की गई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बैन के बाद टी20 और टेस्ट कप्तान शाकिब ने अपनी सजा स्वीकार करते हुए क्रिकेट बिरादरी से एक भावुक अपील की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोग उन्हें सपोर्ट करते रहें ताकि वह जल्द वापसी करने में कामयाब हों।
शाकिब ने ढाका में रिपोटर्स से कहा, 'जिन लोगों ने मुझे पिछले कई वर्षों में सपोर्ट किया है, मुझे उम्मीद है कि वो लोग, फैंस, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड, सरकार, पत्रकार मेरे बुरे और अच्छे समय में सपोर्ट करते रहेंगे' उन्होंने आगे कहा, 'अगर आप अपना सपोर्ट जारी रखते हैं तो मुझे उम्मीद है कि मैं जल्द ही क्रिकेट में वापस आऊंगा। मैं और मजबूत बनूंगा और अपनी जिम्मेदारियों को ज्यादा ईमानदारी के साथ निभाऊंगा।'
इसके अलावा शाकिब ने आईसीसी की विज्ञप्ति में कहा था, ‘जिस खेल से मुझे प्यार है, उससे निलंबत किये जाने से मैं काफी दुखी हूं लेकिन मैं अपनी सजा स्वीकार करता हूं। आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में खिलाड़ियों पर काफी निर्भर है। मैंने सटोरिये की पेशकश की जानकारी नहीं देकर अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।’
शाकिब पर एक साल का पूर्ण प्रतिबंध और 12 महीने की अवधि का निलंबित प्रतिबंध लगाया गया है। यह तब लागू होगा अगर शाकिब आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक संहिता का पालन नहीं करते हैं। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को भी अपने शानदार ऑलराउंडर की वापसी का इंतजार रहेगा।
बीसीबी ने एक बयान में कहा , ‘हमें उम्मीद है कि वह बेहतर और समझदार क्रिकेटर बनकर वापसी करेगा और प्रतिबंध पूरा होने के बाद बांग्लादेश क्रिकेट की कई साल तक सेवा करेगा। निलंबन के दौरान बीसीबी क्रिकेट में वापसी के उसके प्रयासों में साथ देगा। बीसीबी आईसीसी के फैसले का सम्मान करता है और भ्रष्टाचार के खिलाफ उसकी भी यही राय है।’