- न्यूजीलैंड बनाम बांग्लादेश माउंट मोनगानुई टेस्ट
- बांग्लादेश ने पांचवें दिन कीवी टीम को दी शिकस्त
- बांग्लादेश ने टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की
माउंट मोनगानुई: बांग्लादेश ने बुधवार को वो कारनामा कर दिखाया, जिसके उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ लंबे अरसे से इंतजार था। बांग्लादेश ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बे ओवल स्टेडियम में पहले टेस्ट में विजयी परचम फहराकर इतिहास रच दिया। बांग्लादेश टीम की न्यूजीलैंड के विरुद्ध यह पहली टेस्ट जीत है। न्यूजीलैंड की दूसरी पारी पांचवें दिन 169 रन पर सिमटी। इसके बाद बांग्लादेश ने महज 40 रन का टारगेट 2 विकेट गंवाकर 16.5 ओवर में हासिल कर लिया। कप्तान मोमिनुल हक 13 और मुशफिकुर रहीम 5 रन बनाकर नाबाद रहे। बता दें कि न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 328 रन बनाए थे, जिसके जवाब में बांग्लादेश ने 458 रन जोड़े। मेहमान टीम को पहली पारी 130 रन की बढ़त मिली थी।
'हमें इस जीत को भूलना होगा'
बांग्लादेशी कप्तान मोमिनुल हक ने न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत का श्रेय पूरी टीम को दिया। उन्होंने कहा कि यह टीम वर्क था। हर कोई मैच जीतने के लिए बेताब था। खिलाड़ियों ने तीनों विभागों (बैटिंग, बॉलिंग, फील्डिंग) में बखूबी प्रदर्शन किया। हालांकि, हमारी जीतने में गेंदबाजों का योगदान अहम रहा। गेंदबाजों ने पहली और दूसरी पारी में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पूरी मेहनत से सही जगह गेंदबाजी की। इबदात हुसैन (7 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच) हमारे लिए अविश्वसनीय रहे। मोमिनुल ने कहा कि हमने पिछले कुछ टेस्ट मैचों में अच्छा नहीं खेला था और अपनी विरासत को अगले स्तर तक ले जाना महत्वपूर्ण था। हमें बे ओवल की जीत को भूलकर आगे बढ़ना होगा और सारा ध्यान क्राइस्टचर्च में खेले जाने वाले दूसरे और आखिर टेस्ट पर लगाना होगा।
कीवी कप्तान ने दिया ये बायन
वहीं, न्यूजीलैंड टीम की कमान संभालने वाले टॉम लाथम ने कहा कि हमने तीनों विभागों में अच्छा नहीं किया। बांग्लादेश ने हमें दिखाया कि बे ओवल की पिच पर कैसे खेलना है। उन्होंने साझेदारियां कीं और फिर गेंदबाजी में दबाव बनाने में सक्षम रहे। हम इस तरह ज्यादा देर तक नहीं चल सकते। शायद हम विकेट को लेकर जो उम्मीद कर रहे थे, उससे वो थोड़ा धीमा रहा और ज्यादा नहीं टूटा। हम जानते थे कि यह कैसा होगा। दुर्भाग्य से हम चीजों को अमल में नहीं ला सके। अगर पहली पारी में हम 450 रन जोड़ लेते तो एक अलग कहानी होती। बांग्लादेश ने पांच दिनों में जिस तरह का खेल दिखाया, ऐसे में उन्हें पूरा श्रेय जाता है। वे पूरी तरह से इस जीत के हकदार थे।