- रणजी ट्रॉफी 2022-2023
- सबसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट के लिए बीसीसीआई के नए नियम जारी
- कोविड-19 को नजर में रखते हुए दो चरण में हो रहा है टूर्नामेंट
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) कोविड-19 महामारी के बीच नौ अलग जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में 38 टीम के बीच 17 फरवरी से रणजी ट्रॉफी के आयोजन की तैयारी कर रहा है जिससे पहले सभी को पांच दिवसीय पृथकवास से गुजरना होगा। टीम के सदस्यों की संख्या भी 30 तक सीमित की गई है जिसमें सहयोगी स्टाफ भी शामिल है।
बीसीसीआई ने इससे पहले घोषणा की थी कि महामारी के कारण रणजी ट्रॉफी का आयोजन दो साल बाद दो चरण में किया जाएगा जो आईपीएल से पहले और बाद में होंगे। मंगलवार को बोर्ड ने नौ मेजबान संघों के लिए टूर्नामेंट की मेजबानी को लेकर दिशानिर्देश जारी किए। पांच पन्नों के इस दस्तावेज की प्रति पीटीआई के पास है जिसमें कहा गया है कि प्रत्येक टीम में अधिकतम 30 सदस्य होंगे जिसमें कम से कम 20 खिलाड़ी होंगे। टीम के साथ अधिकतम 10 सहयोगी स्टाफ हो सकते हैं।
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दिशानिर्देशों के अनुसार, ‘‘20 खिलाड़ी मैच फीस के पात्र होंगे (अंतिम एकादश में शामिल खिलाड़ियों को शत प्रतिशत जबकि बाकी बचे नौ खिलाड़ियों को 50 प्रतिशत मैच फीस)।’’ दिशानिर्देशों के अनुसार टीम अपने साथ दो कोविड रिजर्व खिलाड़ी रख सकती है। गत चैंपियन सौराष्ट्र और मुंबई के बीच अहमदाबाद में होने वाले पहले दौर के मुकाबले पर सभी की नजरें टिकी होंगी क्योंकि इसमें चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे आमने सामने होंगे। पुजारा को मंगलवार को सौराष्ट्र जबकि रहाणे को मुंबई की टीम में शामिल किया गया।
खराब फॉर्म से जूझ रहे इन दोनों बल्लेबाजों की नजरें बड़ी पारी पर टिकी है और रणजी ट्रॉफी में शतक से उनके टेस्ट करियर को पटरी पर लाने में मदद मिल सकती है। सभी टीम अपने संबंधित आयोजन स्थलों पर 10 फरवरी को पहुंचेंगी जिसके बाद खिलाड़ियों को पांच दिवसीय अनिवार्य पृथकवास से गुजरना होगा। इस दौरान दूसरे और पांचवें दिन आरपी-पीसीआर परीक्षण होंगे। टीम के पास अभ्यास के लिए 15 और 16 फरवरी को दो दिन का समय होगा।
बीसीसीआई का नया प्लान, इस तरह दो चरणों में होगा रणजी ट्रॉफी का आयोजन
प्री क्वार्टर फाइनल पहले चरण में 11 मार्च से खेला जाएग जो पांच दिवसीय मुकाबला होगा। अंतिम 16 के मुकाबले में हिस्सा लेने वाली टीम को चार दिवसीय पृथकवास से गुजरना होगा। रणजी ट्रॉफी का दूसरा चरण 30 मई से खेल जाएगा जिसमें क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। दिशानिर्देशों के अनुसार प्रत्येक टीम को अपने साथ फिजिशियन को रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जिससे कि कोविड-19 से जुड़े मामलों से निपटना जा सके।
बीसीसीआई ने मैच की मेजबानी फीस में भी इजाफा करते हुए इसे प्रति मैच दिवस एक लाख 25 हजार रुपये कर दिया है। इससे पहले पूरे मैच के लिए पांच लाख रुपये दिए जाते थे। टूर्नामेंट के लिए 32 टीम को चार टीम के आठ एलीट ग्रुप में बांटा गया है जबकि प्ले वर्ग में छह टीम होंगी। प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबला क्वालीफाई करने वाली सबसे कम रैंकिंग वाली एलीट टीम और प्लेट ग्रुप में शीर्ष पर रहने वाली टीम के बीच होगा। पहले चरण में 57 जबकि दूसरे चरण में सात मुकाबले होंगे। टूर्नामेंट का आयोजन राजकोट, कटक, अहमदाबाद, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, दिल्ली, हरियाणा, गुवाहाटी और कोलकाता में होगा।