- इरफान पठान ने इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की जमकर तारीफ की
- पठान ने कहा कि भारत को मैच विजयी ऑलराउंडर की तलाश
- हार्दिक पांड्या के लिए इरफान पठान ने दी महत्वपूर्ण सलाह
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान का मानना है कि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या इंग्लैंड के बेन स्टोक्स के समान मैन विजयी खिलाड़ी नहीं हैं। स्टोक्स ने पिछले कुछ सालों में गेंद व बल्ले से दमदार प्रदर्शन करके इंग्लैंड को कई मैच जिताए हैं। हाल ही में पठान ने ट्वीट करके कहा था कि भारत के पास स्टोक्स जैसे ऑलराउंडरों की कमी है और लोगों ने तब पांड्या का नाम याद दिलाया था।
पठान ने क्रिकेट डॉट कॉम को दिए वीडियो इंटरव्यू में कहा, 'बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड को कई मैच जिताए और वह दुनिया के नंबर-1 ऑलराउंडर बने। मेरी इच्छा है कि टीम इंडिया के पास ऐसा ऑलराउंडर हो जो टीम को मैच जिताए। युवराज सिंह ऐसे मैच विजयी खिलाड़ी थे। टीम में ऑलराउंडर का होना अलग बात है और मैं विशेषकर टेस्ट क्रिकेट की बात कर रहा हूं।'
अपने बयान को जायज ठहराते हुए पठान ने कहा, 'दुर्भाग्यवश हार्दिक पांड्या क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में ऑलराउंडरों की टॉप-10 लिस्ट में शामिल नहीं हैं। इसमें जरा भी संदेह नहीं कि उनमें क्षमता है। अगर वह भारत को अपने दम पर मैच जिताए तो टीम इंडिया को मात देना आसान नहीं होगा। भारतीय टीम फिर दुनिया से बहुत बेहतर होगी।'
पठान ने आगे कहा, 'हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे खिलाड़ी हैं। हमारे पास मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा जैसे घातक गेंदबाज हैं। हमारे पास अश्विन और जडेजा जैसे रिस्ट स्पिनर्स भी हैं। मगर किसी एक खिलाड़ी में ऐसी खूबियों का मिश्रण हो तो वो ऑलराउंडर कहलाता है। हमने विजय शंकर को आजमाया और भविष्य में भी कुछ लोगों को मौका दिया जाएगा। मेरा आसान भाषा में कहना है कि भारत को मैच जिताने वाले ऑलराउंडर की जरूरत है।'
स्टोक्स के दम पर विश्व चैंपियन बना इंग्लैंड
भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने साथ ही कहा कि इंग्लैंड की टीम विश्व कप चैंपियन ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की उपस्थिति के कारण बनी। उन्होंने कहा, 'देखिए इंग्लैंड विश्व कप अपने एक ऑलराउंडर के कारण बना। इंग्लैंड के पास अन्य खिलाड़ी भी थे, लेकिन एक मैच विजयी ऑलराउंडर के कारण टीम अलग स्तर पर पहुंच गई। हम अभी भी 1983 विश्व कप के बारे में क्यों सोचते हैं क्योंकि कपिल देव ने अकेले के दम पर मैच जिताए थे। अगर हम जिंबाब्वे के खिलाफ अकेले के दम पर वह मैच नहीं जीतते, तो शायद 1983 विश्व कप का खिताब नहीं जीत पाते। मैं यही चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि भारतीय टीम का कोई सानी नहीं हो।'
ऐसा है स्टोक्स-पांड्या का करियर
न्यूजीलैंड में जन्में बेन स्टोक्स ने 6 साल के करियर में इंग्लैंड के लिए 66 टेस्ट, 95 वनडे और 26 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उन्होंने टेस्ट में 38.42 की औसत से 4419 रन बनाए और 156 विकेट चटकाए। सीमित ओवर क्रिकेट में भी उनके रिकॉर्ड शानदार हैं। उन्होंने 40 की औसत से 2682 रन बनाए और 70 विकेट लिए। वहीं 26 साल के पांड्या का करियर काफी छोटा रहा है। उन्होंने भारत के लिए 11 टेस्ट, 54 वनडे और 40 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।