- सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 110 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले
- सचिन तेंदुलकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कई हाई प्रोफाइल मैचों में शामिल रहे
- ब्रेट ली ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम हमेशा सचिन तेंदुलकर से स्लेजिंग के मामले में क्यों दूर रहती थी
नई दिल्ली: भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। वो क्रिकेट की दुनिया के 'भगवान' कहलाए और सर्वकालिक महान बल्लेबाजों की श्रेणी में शामिल हुए। तेंदुलकर महज 16 साल के थे जब पाकिस्तान के खिलाफ नवंबर 1989 में डेब्यू किया और फिर 24 साल इंटरनेशनल क्रिकेट पर राज किया। उन्होंने 2013 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया था। अपने खेलने वाले दिनों में सचिन तेंदुलकर ने कई महान खिलाड़ियों और टीमों के खिलाफ खेला। वह वनडे और टेस्ट प्रारूप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
सचिन तेंदुलकर अपने खेलने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कई हाई-प्रोफाइल मैचों का हिस्सा रहे। अधिकांश मौकों पर तेंदुलकर ने शानदार प्रदर्शन किया। मास्टर ब्लास्टर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुल 110 इंटरनेशनल मैच खेले। इनमें से 39 टेस्ट में उन्होंने 55 की औसत से 3630 रन बनाए, जिसमें 11 शतक और 16 अर्धशतक जमाए। वहीं 71 वनडे में 44.59 की औसत से 3077 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई टीम विरोधी टीम को दबाव में लाने के लिए स्लेजिंग करती थी, जिसे उसने अपनी पहचान बना ली थी।
हालांकि, पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने खुलासा किया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कभी तेंदुलकर को स्लेजिंग नहीं की। अपने यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए ली ने कहा, 'सचिन तेंदुलकर मैदान के बाहर जैसे थे, मैदान के अंदर वो इससे बिलकुल उलट थे। जब आप उन्हें गेंदबाजी करो, आप उनकी आंखों में देखों तो लगता था कि किसी शेर की आंखों में देख रहे हैं। उन्हें वो चाहिए थे। वो चाहते थे कि आप उनसे लड़ाई करें। हम एक-दूसरे से हमेशा कहते थे कि जब वो बल्लेबाजी कर रहा हो तो सचिन तेंदुलकर से बातचीत मत करो।'
ली ने आगे कहा, 'अगर आपने सचिन तेंदुलकर को स्लेजिंग करने की कोशिश की तो आप जानते हैं कि वो मैदान पर हमेशा डटे रहेंगे और आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर देंगे।' सचिन तेंदुलकर और ब्रेट ली का मैदान के अंदर काफी दफा आमना-सामना हुआ और दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई बार सफलता हासिल की। मगर मैदान के बाहर दोनों के बीच काफी अच्छा रिश्ता है। दोनों की काफी गहरी दोस्ती है।