- भारत ने अपने प्रमुख स्क्वाड में मोहम्मद शमी को नहीं चुना
- जॉनसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की पिच अतिरिक्त गति और उछाल प्राप्त करती हैं
- टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप के लिए चार विशेषज्ञ तेज गेंदबाजों को शामिल किया
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन का मानना है कि टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए केवल चार तेज गेंदबाजों को चुनकर बड़ा जोखिम उठाया है। भारतीय टीम ने भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, हर्षल पटेल और अर्शदीप को प्रमुख तेज गेंदबाज के रूप में चुना है, जिनका साथ ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या निभाएंगे। भारत ने मोहम्मद शमी को टीम से बाहर रखा, जिन्हें रिजर्व के रूप में शामिल किया गया है।
जॉनसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग स्थिति और पिच को जानते हुए भारत को ज्यादा विकल्प रखने चाहिए थे। जॉनसन के हवाले से पीटीआई ने कहा, 'अगर आपके पास तेज गेंदबाज ऑलराउंडर और कुछ स्पिनर्स हैं व कुल चार तेज गेंदबाज हैं, तो यह जोखिम है। मगर भारत संभवत: दो तेज गेंदबाजों, एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर और दो स्पिनर्स के साथ मैदान संभालेगा। ऑस्ट्रेलिया में आप जरूर तीन तेज गेंदबाज और स्थिति को देखते हुए चार तेज गेंदबाज खिलाना चाहोगे।'
पूर्व बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा, 'उदाहरण के लिए पर्थ को लीजिए। मेरे ख्याल से उनके पास मैदान के अंदर जाने की योजना होगी, लेकिन आप केवल चार तेज गेंदबाजों को लेकर गए, जो कि जोखिम साबित हो सकता है।' जॉनसन का साथ ही मानना है कि यह जरूरी नहीं कि तेज गेंदबाज है तो 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करे। अनुभवी ने 2013-14 के एशेज सीरीज के बारे में बात की जब पीटर सिडल और रेयान हैरिस से उन्हें समर्थन मिला था।
जॉनसन ने कहा, 'ऐसी बातें मजाकिया लगती है कि सभी को 145 किमी प्रति घंटे से ज्यादा गति की गेंद डालनी चाहिए। अगर कोई 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाल सकता है तो जरूरी नहीं कि दूसरा भी इसी गति से गेंदबाजी करे। आपको ऐसे गेंदबाजों की जरूरत है, जो एक-दूसरे का समर्थन कर सके। साथ में काम करें। 2013-14 एशेज सीरीज के दौरान मेरी तेज गेंदबाजी के बारे में काफी बातचीत हुई थी, लेकिन दूसरे छोर पर पीटर सिडल और रेयान हैरिस थे, जिनकी अपनी अलग ताकत थी और वो भी 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते थे। तो यह टीम के संतुलन के बारे में मायने रखता है।'
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया में प्रमुख चीज अतिरिक्त उछाल और गति है व आपको अपनी लेंथ उस हिसाब से ढालकर गेंदबाजी करना होती है। आपको थोड़ी शॉर्ट गेंद रखना पड़ती है और गेंद आगे भी डालनी पड़ती है।'