नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से कोई द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं खेली गई है। लेकिन एक समय ऐसा जरूर था जब दोनों देशों के बीच क्रिकेट सीरीज खूब हुआ करती थी। भारत भी पाकिस्तान दौरे पर जाता था और पाकिस्तानी टीम भी भारत आया करती थी। भारत-पाक सीरीज की उत्सुकता और दीवानगी तब भी वैसी ही होती थी जैसी कि आज है। ऐसा ही पाकिस्तान का एक भारत दौरा हुआ था 1999 में। उस दौरान हुई टेस्ट सीरीज के कोलकाता टेस्ट की चर्चा हमेशा होती रही। इसकी वजह थी एक ऐसा वाकया जिसे कोई नहीं भुला सका। वो वाकया आज ही तारीख पर हुआ था।
पहली बार भारत के सामने शोएब अख्तर
कोलकाता के ईडेन गार्डन स्टेडियम में एशियन टेस्ट चैंपियनशिप का पहला मैच खेला जा रहा था। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर उस समय नए नवेले तेज गेंदबाज थे जिन्होंने अपनी रफ्तार के दम पर कम समय में काफी शोहरत बटोर ली थी। कोलकाता टेस्ट में वो पहली बार भारत के खिलाफ मुकाबला खेलने उतरे थे। उन्होंने उस मैच की दोनों पारियों में 4-4 विकेट लेकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
..और फिर कर दी बेइमानी
खचाखच भरे ईडेन गार्डन स्टेडियम में शोएब अख्तर भारतीय टीम पर भारी पड़ रहे थे लेकिन उन्होंने एक ऐसी हरकत की जिसने स्थानीय दर्शकों के साथ-साथ करोड़ों भारतीय फैंस को आगबबूला कर दिया। मैच की पहली पारी में शोएब ने सचिन को 0 पर बोल्ड किया था लेकिन दूसरी पारी में सचिन तेंदुलकर एक चौका जड़ने के बाद लय में दिखने लगे थे। वो 9 रन बना चुके थे, तभी सचिन ने एक रन दौड़ने का प्रयास किया जिस पर सब्सटिट्यूट फील्डर नदीम खान ने थ्रो फेंका। सचिन आराम से क्रीज के अंदर पहुंच जाते लेकिन शोएब अख्तर ने शर्मनाक हरकत कर दी। वो सचिन के रास्ते में आकर खड़े हो गए जिससे मास्टर ब्लास्टर उनसे टकरा गए और गेंद विकेटों से टकराई तो अंपायर ने उनको रन आउट दे दिया।
नाराज हुए फैंस, शुरू हुआ बवाल
सचिन निराश थे, टीम इंडिया भी गुस्से में थी और दर्शकों का गुस्सा तो पूछिए मत। शोएब अख्तर और पाकिस्तानी की बेइमानी सबने देखी थी और देश के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ी के साथ ऐसा हुआ था इसलिए गुस्साए दर्शकों ने मैदान पर बोतलें फेंकीं और इतना हंगामा किया कि पुलिस फोर्स को मैदान पर बुलाना पड़ा। दर्शकों ने कसम खा ली थी कि अब मैच शुरू नहीं होने देंगे। स्टैंड्स में लाठियां चल रही थीं और सभी खिलाड़ी सदमे में थे।
फिर दुनिया ने देखा 'क्रिकेट का भगवान', बिना दर्शकों के हुआ मैच
प्रशासन दर्शकों के सामने बेबस नजर आ रहा था। तभी लोगों को शांत कराने व मैच फिर से शुरू करने का एक ही जरिया नजर आया। सुरक्षा घेरे के बीच सचिन तेंदुलकर खुद मैदान पर उतरे और पूरे मैदान में घूमकर दर्शकों से शांत होने की अपील की। सचिन की बात कैसे फैंस टाल सकते थे, उनको देखकर आखिरकार कुछ फैंस शांत हुए और तकरीबन तीन घंटे के इंतजार के बाद मैदान पूरा खाली कराया गया और दोबारा मैच शुरू हो सका। बस फर्क इतना था कि बाकी का मैच दर्शकों के बिना हुआ क्योंकि स्थिति काफी खराब हो चुकी थी और पुलिस को बल का प्रयोग करते हुए कई दर्शकों को मैदान से बाहर खदेड़ना पड़ा।
बने दो 'मैन ऑफ द मैच'
मैच में पाकिस्तानी टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी और जवागल श्रीनाथ की कहर बरपाती गेंदों ने 26 रन पर पाकिस्तान के 6 विकेट गंवा दिए थे। किसी तरह सिमटने से पहले उन्होंने 185 रन बनाए। जवाब में उतरी भारतीय टीम को शोएब अख्तर (4 विकेट) और वसीम अकरम (3 विकेट) के कहर का सामना करना पड़ा और वे 223 रन पर सिमट गए। दूसरी पारी में पाकिस्तान की तरफ से उनके स्टार ओपनर सइद अनवर ने नाबाद 188 रनों की पारी खेली और उनकी टीम ने 316 रन बनाए। भारत के सामने अब 279 रनों का लक्ष्य रखा गया लेकिन टीम इंडिया 232 रनों पर सिमट गई और 46 रनों से मैच गंवा दिया। मैच के बाद दो खिलाड़ी को संयुक्त रूप से 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला। वो थे शतक जड़ने वाले पाकिस्तान के सइद अनवर और मैच में 13 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज जवागल श्रीनाथ।
ये है उस मैच का वो चर्चित वीडियो
आज भी क्रिकेट फैंस उस दिन को कभी नहीं भूलते। खासकर कोलकाता के क्रिकेट प्रेमी और ईडेन गार्डन की यादें से वो मैच हमेशा जुड़ा रहा। उससे पहले 1996 के विश्व कप सेमीफाइनल में जब भारत-श्रीलंका आमने-सामने थे, तब भी हार की तरफ बढ़ती टीम इंडिया को लेकर फैंस गुस्साए थे और मैच बीच में ही रोकना पड़ा था।
कोलकाता का ईडेन गार्डन हमेशा से ही क्रिकेट की दीवानगी के लिए जाना जाता रहा है और उसके फैंस भी टीम इंडिया को सपोर्ट करने के लिए भारी संख्या में पहुंचते रहे हैं।