- क्रिकेट इतिहास के दिलचस्प किस्से
- जब एक खिलाड़ी ने करियर के आखिरी मैच में रच दिया इतिहास
- पाकिस्तानी बल्लेबाज बस देखते रह गए
Cricket Throwback 16th January: अगर आप वनडे क्रिकेट के शौकीन हैं तो आपने कई खिलाड़ियों को हैट्रिक लेते देखा होगा। लगातार तीन गेंदों पर विकेट लेकर कई गेंदबाजों ने इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों से अपना नाम दर्ज कराया। लेकिन इनमें सिर्फ एक खिलाड़ी ऐसा रहा है जिसने अपने करियर के आखिरी मैच में इतिहास रच दिया। नाम था- एंथनी स्टुअर्ट (Anthony Stuart)।
मामला आज ही की तारीख (16 जनवरी) पर 1997 का है। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में कार्लटन एंड युनाइटेड सीरीज का 12वां मैच खेला जा रहा था। मैच में वसीम अकरम की अगुवाई वाली पाकिस्तानी टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। लेकिन पाकिस्तानी टीम 50 ओवर में 9 विकेट पर 181 रन ही बना सकी।
पाकिस्तानी टीम को ढेर करने में जिस खिलाड़ी का सबसे अहम योगदान रहा, वो थे अपने करियर का तीसरा मैच खेल रहे एंथनी स्टुअर्ट। इस खिलाड़ी को पता नहीं था लेकिन वो अपने करियर का आखिरी मैच खेल रहा था। उन्होंने 26 रन लुटाते हुए 5 विकेट ले डाले। इससे भी दिलचस्प ये रहा कि उन्होंने इस दौरान एक शानदार हैट्रिक भी ली। उन्होंने तीन लगातार गेंदों पर इजाज अहमद, वसीम अकरम और मोइन खान जैसे दिग्गजों को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। बाद में ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेट से मैच जीता।
क्यों था आखिरी मैच?
इतना शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी ना जाने ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं को क्या पसंद नहीं आया। क्योंकि इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई टीम में उनको दोबारा कभी जगह नहीं दी गई। ये हैरानी भरा फैसला था।
एंथनी स्टुअर्ट का वनडे करियर सिर्फ 3 मैच पर ही रुक गया और इन तीन मैचों में उन्होंने 13.62 की औसत से 8 विकेट लिए थे जो कहीं से भी खराब प्रदर्शन नहीं था। स्टुअर्ट ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 26 मैचों में 70 विकेट लिए थे लेकिन उसके बावजूद वो कभी दोबारा ऑस्ट्रेलिया से नहीं खेल सके।