विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने बुधवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी। उनका करियर 18 साल लंबा रहा। उन्होंने2002 में सौरव गांगुली की कप्तानी में महज 17 वर्ष की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। पार्थिव ने 25 टेस्ट, 38 वनडे और 2 टी20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने क्रमश: 934, 736 और 36 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट में 6 और वनडे क्रिकेट में 4 अर्धशतक जमाए। इसके अलावा बतौर विकेटकीपर टेस्ट में 62 कैच लपके और 10 स्टम्पिंग की। पार्थिव के संन्यास लेने पर लोग अपने-अपने अंदाज में रिएक्शन दे रहे हैं। भारतीय क्रिकेटर्स ने भी इसपर रिएक्ट किया है। जानें किसने क्या कहा?
'पार्थिव पटेल आपका संकल्प लाजवाब था'
भारत के पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने आधिकारिक ट्विट अकाउंट पर लिखा कि बहुत अच्छे करियर के लिए पार्थिव पटेल को बधाई। कई चुनौतियों के बावजूद कड़ी मेहनत और बड़े सपने देखना जारी रखने का आपका संकल्प लाजवाब था। मैं भविष्य के लिए आपको शुभकामनाएं देता हूं। हैप्पी रिटायरमेंट निक्के! वहीं, यूसुफ पठान ने पार्थिव को टैग करते हुए ट्वीट किया कि आपको शानदार करियर की बधाई पार्थिव। अपने लंबे करियर के दौरान कई शानदार पल देखने को मिला। दूसरी पारी के लिए आपको शुभकामनाएं। हैप्पी हैप्पी रिटायरमेंट।
'आपके साथ और खिलाफ खेलने का आनंद लिया'
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने कहा कि एक शानदार करियर के लिए भाई आपको बधाई। गुजरात क्रिकेट में आप जिस विरासत को छोड़कर जा रहे हैं, वो हमेशा याद रखी जाएगी। आपके साथ खेलना बहुत अच्छा था कप्तान। युवा पीढ़ी को प्रेरित करते रहें और उन्हें दिखाएं कि उम्र (युवा और बुजुर्ग) सिर्फ एक नंबर है। कोई भी टीनएजर जो भारत के लिए टेस्ट खेलना चाहता है, वह हमेशा आपकी ओर देख सकता है। आरपी के अलावा भारतीय टीम के स्पिनर रविचंद्र अश्विन ने भी पार्थिव के रिटायरमेंट पर रिएक्ट किया। उन्होंने ट्वीट किया कि आपका करियर बेहतरीन रहा। मैंने आपके साथ और खिलाफ खेलने का पूरी तरह आनंद लिया। आपको नई पारी के लिए आपको शुभकामनाएं।
अपने रिटयारमेंट पर क्या बोले पार्थिव?
तीन महीने बाद अपना 36वां जन्मदिन मनाने जा रहे पार्थिव पटेल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैं आज क्रिकेट के सभी प्रारूपों से विदा ले रहा हूं। भारी मन से अपने 18 साल के क्रिकेट के सफर का समापन कर रहा हूं। पार्थिव ने कहा कि बीसीसीआई ने काफी भरोसा जताया कि 17 साल का एक लड़का भारत के लिये खेल सकता है। अपने कैरियर के शुरूआती वर्षों में मेरी इस तरह हौसलाअफजाई करने के लिए मैं बोर्ड का शुक्रगुजार हूं। उन्होंने कहा कि मुझे सुकून है कि मैने गरिमा, खेल भावना और आपसी सामंजस्य के साथ खेला। मैंने जितने सपने देखे थे, उससे ज्यादा पूरे हुए। मुझे उम्मीद है कि मुझे याद रखा जाएगा। पार्थिव ने साथ ही ‘दादा’ यानी बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली समेत सारे कप्तानों को धन्यवाद दिया ।