- दानिश कनेरिया ने हार्दिक पांड्या की जमकर तारीफ की
- हार्दिक पांड्या ने अपना मैन ऑफ द सीरीज का खिताब टी नटराजन को दिया था
- दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट की परंपरा पर भड़ास निकाली
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच हाल ही में सफेद गेंद की बेहतरीन द्विपक्षीय सीरीज खेली गई। दोनों टीमों ने तीन वनडे और इतने ही टी20 इंटरनेशनल मैच खेले, जिसमें दर्शकों का भरपूर मनोरंजन हुआ। हालांकि, दोनों ही सीरीज का नतीजा पहले दो मुकाबलों में निकल आया, लेकिन इस दौरान दर्शकों को काफी अच्छी क्रिकेट देखने को मिली। ऑस्ट्रेलिया ने वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम जबकि भारत ने टी20 इंटरनेशनल सीरीज इसी अंतर से अपने नाम की।
हालांकि, इतने एक्शन के बीच हार्दिक पांड्या ने लोगों के दिल जीत लिए। उन्होंने दौरे पर बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया और फिर टी20 इंटरनेशनल सीरीज के बाद अपने किए के लिए जमकर तारीफ बटोरी। पांड्या को मैन ऑफ द मैच चुना गया था। हालांकि, उन्होंने यह ट्रॉफी युवा टी नटराजन को सौंपी, जिन्होंने अपने पहले दौरे में काफी प्रभावित किया।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर एक वनडे और तीन टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। नटराजन टी20 इंटरनेशनल सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने 6 विकेट चटकाए। यही कारण था कि हार्दिक पांड्या ने शानदार ट्वीट करते हुए कहा कि मैन ऑफ द सीरीज के असली हकदार नटराजन ही हैं।
पांड्या की तारीफ, पाक क्रिकेटरों पर साधा निशाना
इस बीच पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने हार्दिक पांड्या की जमकर तारीफ की। कनेरिया ने कहा कि नटराजन को इससे निटक भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। इससे बड़ी बात यह रही कि कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट परंपरा पर जमकर भड़ास निकाली और कहा कि यहां कभी ऐसा देखने को नहीं मिलता क्योंकि सभी खिलाड़ी बस अपने बारे में सोचते हैं।
कनेरिया ने ट्वीट किया, 'शानदार फोटो, इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। हार्दिक पांड्या ने मैन ऑफ द सीरीज खिताब नटराजन को देकर दिल जीत लिए। युवा बहुत खुश और प्रोत्साहित हुआ होगा। हमारे किसी प्लेयर ने ऐसा किया कभी, सब अपना सोचते हैं।'
इससे पहले दानिश कनेरिया ने टी नटराजन की भी जमकर तारीफ की थी, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में 4 ओवर में 20 रन देकर दो विकेट चटकाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में 194 रन का विशाल स्कोर बनाया था, लेकिन नटराजन की गेंदों पर कोई कंगारू बल्लेबाज प्रहार नहीं कर पा रहा था।