- डेविड वॉर्नर ने इंग्लिश दर्शकों से अपशब्द नहीं सुनने पर प्रतिक्रिया दी
- वॉर्नर ने कहा कि अच्छा महसूस हो रहा है कि इस बार अपशब्द नहीं सुनने पड़े
- वॉर्नर ने इसके अलावा टीम की पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में हुई गलती का खुलासा भी किया
साउथैम्प्टन: ऑस्ट्रेलिया के स्टार ओपनर डेविड वॉर्नर को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में खाली स्टेडियम में खेलने पर अटपटा जरूर महसूस हुआ, लेकिन उन्हें इससे परहेज नहीं रहा क्योंकि पहली बार उन्हें इंग्लिश दर्शकों के अपशब्दों को सुनना नहीं पड़ा। पिछले साल इंग्लैंड में विश्व कप के दौरान डेविड वॉर्नर को दर्शकों ने मैदान पर खूब खरी-खरी सुनाई थी क्योंकि वह दक्षिण अफ्रीका में बॉल टेंपरिंग स्कैंडल में शामिल थे। एशेज सीरीज के दौरान भी वॉर्नर को इंग्लिश दर्शकों से अपशब्द सुनना पड़े थे। मगर शुक्रवार को पहले टी20 में कोई दर्शक नहीं था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया को दो रन से शिकस्त सहनी पड़ी। यह ऑस्ट्रेलिया का छह महीनों में पहला प्रतिस्पर्धी मैच था।
33 साल के बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, 'यह पहला मौका है जब मैं इंग्लैंड में हूं और दर्शकों के अपशब्द नहीं सुने। यह अच्छा है।' यह पूछने पर कि बिना दर्शकों के चिर-प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ टी20 इंटनेशनल मैच खेलने पर कैसा महसूस हुआ तो वॉर्नर ने कहा, 'दर्शकों के दृष्टिकोण से यह अच्छा नहीं लगा। दर्शकों के रहते काफी ऊर्जा मिलती है। इसलिए अपने देश और विदेश में खेलने से प्यार है। दर्शकों के आधार पर घरेलू और विदेशी फायदा होता है।'
वॉर्नर ने आगे कहा, 'हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम मैच खेलने को लेकर आभारी हैं और इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं।' वॉर्नर ने कहा कि हार का कोई बहाना नहीं है और इंग्लैंड ने अपने आप को उनसे बेहतर साबित करते हुए मात दी। डेविड वॉर्नर ने कहा, 'अंत में इंग्लैंड ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने हमें खेल में मात दी।'
ऑस्ट्रेलिया से यहां हुई चूक
डेविड वॉर्नर ने बताया कि मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया से कहां चूक हुई, जो वह लक्ष्य का पीछा करने में सफल नहीं हो सकी। वॉर्नर ने कहा कि उनकी टीम ने बीच के ओवर्स में स्ट्राइक रोटेट नहीं की और बाउंड्री जमाने का प्रयास किया। 163 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में 160 रन ही बना सकी। वॉर्नर ने कहा, 'मेरे ख्याल से हमें थोड़ा बेहतर खेल दिखाना चाहिए था और इस पर काम करना होगा कि अपनी बाउंड्री किस तरह जमाना है। हमें स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान देना होगा और खराब गेंदों पर बीच के ओवरों में बाउंड्री जमाने पर ध्यान देना होगा।'