- डीडीसीए ने कानूनी खर्चों के लिए 1.6 करोड़ रुपए का भुगतान किया
- डीडीसीए ने अब तक कई कोच और सहयोगी स्टाफ का वेतन नहीं दिया
- बीसीसीआई ने भुगतान कर दिया और डीडीसीए के पास 11 करोड़ रुपए हैं
नई दिल्ली: दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने अभी तक विभिन्न वर्गों की टीमों (सीनियर, उम्र ग्रुप और महिला) के कोचों और सहयोगी स्टाफ का वेतन नहीं दिया है, लेकिन पिछले चार महीनों में कानूनी खर्चों के लिए 1.6 करोड़ से ज्यादा रूपये का भुगतान कर दिया है।
करीब 50 लोगों को अपने वेतन का इंतजार है, जिसमें दिल्ली टीम के सीनियर कोच जैसे भास्कर पिल्लै और राजकुमार शर्मा (विराट कोहली के बचपन के कोच) भी शामिल है, लेकिन उनके चेक अभी तक मंजूर नहीं किये गये हैं जो करीब 4.5 करोड़ की राशि है। बीसीसीआई टूर्नामेंट में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी भाग्यशाली रहे जिनकी मैच फीस उनके खातों में जमा कर दी गयी।
डीडीसीए के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने कहा, 'बीसीसीआई ने भुगतान कर दिया है। डीडीसीए के पास 11 करोड़ रुपये हैं। पता नहीं कि अभी तक कोचों, फिजियो और मालिशिये को वेतन क्यों नहीं दिया गया है। कोविड-19 लॉकडाउन अभी शुरू हुआ है लेकिन ये भुगतान लंबे समय से लंबित हैं।'
मनचंदा ने कहा कि केवल कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश बंसल और सचिव विनोद तिहाड़ा ही इस सवाल का जवाब दे सकते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं अधिकृत हस्ताक्षरकर्ताओं में से एक हूं। लेकिन आपको सचिव और कार्यवाहक अध्यक्ष से पूछने की जरूरत है कि क्या हो रहा है। मुझे अपनी भूमिका नहीं पता है।' हालांकि तिहाड़ा और बसंल टिप्पणी के लिये उपलब्ध नहीं थे।