- धोनी के अंदर अभी भी बची है बहुत क्रिकेट, बहुत कुछ दे सकते हैं टीम को
- विश्व कप के दौरान की थी एक गलती
- संभलकर करें उनके संन्यास के बारे में फैसला, सालों में एक धोनी पैदा होता है
मुंबई: आईपीएल 2020 के आयोजन पर कोरोना वायरस के कारण रद्द होने का खतरा मंडरा रहा है। यह खबर क्रिकेट प्रेमियों के लिए तो दु:खद है लेकिन धोनी के फैन्स के लिए ज्यादा पीड़ादायक है क्योंकि पिछले साल आयोजित विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के बाद से वो उन्हें खेलता देखने को बेताब हैं। माना जा रहा था कि 9 महीने से मैदान से दूर धोनी आईपीएल के जरिए टीम इंडिया में वापसी कर सकते हैं लेकिन अब ऐसा होता भी नहीं दिख रहा है।
ऐसे में अब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने आगाह किया है कि धोनी पर संन्यास लेने का दवाब न डालें। उन्होंने इस संबंध में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है क्योंकि ऐसे खिलाड़ी पीढ़ियों में एक बार आते हैं एक बार वो मैदान से बाहर चले गए तो दोबारा वापस नहीं आएंगे।
संभलकर करें फैसला, एक बार गए तो वापस नहीं आएंगे
भारत के चेन्नई में जन्मे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान के नजरिए को क्रिकेट की दुनिया में तवज्जो दी जाती है। उनका मानना है कि उम्र के 39वें पड़ाव के करीब पहुंच चुके भारत के पूर्व कप्तान के पास अभी भी टीम को देने के लिए बहुत कुछ है। उन्होंने कहा, एक बार धोनी चले गए तो दोबारा उनकी वापसी नहीं होगी। खेल के कुछ महान खिलाड़ी है जब तक वो खेल रहे हैं उनकी हौसलाअफ्जाई करें। क्योंकि ऐसे लोग पीढ़ियों में एक बार पैदा होते हैं। ऐसे में उनपर वक्त से पहले संन्यास लेने का अनावश्यक दवाब न डालें।'
अभी भी है टीम में खेलने की क्षमता
उन्होंने आगे कहा, धोनी की मानसिक स्थिति क्या है वो ही जानते हैं। उन्होंने ये सभी बातें स्टार स्पोर्ट्स के नए शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहीं। हुसैन ने धोनी के पिछले साल जुलाई के बाद मैदान से बाहर रहने के बारे में कहा, यदि धोनी भारतीय टीम में खेलने लायक हैं तो हैं ये इतनी आसान सी बात है। मैंने धोनी को जितना देखा है तो पाया है कि उनके अंदर अभी भी बहुत सी क्रिकेट बची है और वो भारतीय क्रिकेट को अभी भी बहुत कुछ दे सकते हैं।
विश्व कप के दौरान की थी ये गलती
हुसैन ने धोनी की एक कमजोरी का भी जिक्र करते हुए कहा, विश्व कप के दौरान धोनी कई बार जरूरत के अनुसार तेजी से रन बनाने में असफल रहे थे। हालांकि उन्होंने किस मैच में ऐसा किया उसके बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं कहा। लेकिन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच के दौरान ऐसा देखने को मिला था। उन्होंने कहा, जी हां, एक दो पारियां थी जहां धोनी ने गलत तरीके से लक्ष्य का पीछा किया था।'