- शनिवार को ड्वेन ब्रावो ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच
- टी20 वर्ल्ड कप 2021 में गेंद और बल्ले दोनों से रहे नाकाम
- आखिरी अंतरराष्ट्रीय पारी में ब्रावो कर पाए केवल 10 रन का योगदान
अबूधाबी: डिफेंडिंग चैंपियन वेस्टइंडीज की टीम टी20 वर्ल्ड कप 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पांचवां और आखिरी मैच खेलने उतरी। मौजूदा वर्ल्ड कप में दिग्गज खिलाड़ियों से सजी कैरेबियाई टीम वैसा प्रदर्शन नहीं कर सकी जिसके लिए वो जाने जाते हैं। वेस्टइंडीज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले से पहले केवल बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल करने में सफल हुई।
शनिवार को कैरेबियाई टीम को दो बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो आखिरी बार वेस्टइंडीज के लिए क्रिकेट खेलने मैदान पर उतरे। श्रीलंका के खिलाफ मैच के बाद कप्तान किरोन पोलार्ड और ड्वेन ब्रावो दोनों ने इस बात का ऐलान कर दिया था कि वर्ल्ड कप में उनकी टीम का आखिरी मैत ब्रावो का भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अंतिम मैच होगा।
विदाई मैच में नहीं चला बल्ला
अपनी आखिरी अंतरराष्ट्रीय पारी में ब्रावो ने 12 गेंद पर 10 रन की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने एक छक्का भी जड़ा। लेकिन पारी के 18वें ओवर में जोश हेजलवुड की गेंद पर ब्रावो डेविड वॉर्नर का हाथों लपके गए। मैदान से जब वो आउट होकर पवेलियन लौट रहे थे तब ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने हाथ मिलाकर विदा किया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
कैरेबियाई टीम ने ब्रावो को दिया गार्ड ऑफ ऑनर
इसके बाद जब वेस्टइंडीज की टीम 158 रन के लक्ष्य को बचाने उतरी तो मैदान पर एंट्री करने से पहले टीम के खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। माना जा रहा है कि ये मैच यूनिवर्स बॉस क्रिस गेल के करियर का भी आखिरी मैच हो सकता है लेकिन गेल ब्रावो को गार्ड ऑफ ऑनर देते नजर आए। कप्तान पोर्लार्ड ने ब्रावो को गेंदबाजी का भी मौका दिया। पांचवें ओवर में ही ब्रावो के हाथ में कप्तान किरोन पोलार्ड ने गेंद थमा दी। हालांकि गेंदबाजी में उन्होंने 4 ओवर किए और 36 रन देकर कोई विकेट हासिल नहीं कर पाए।
टी20 वर्ल्ड कप में नहीं मचा पाए धमाल
टी20 वर्ल्ड कप 2021 में ब्रावो गेंद और बल्ले दोनों से कमाल नहीं दिखा सके। वो पांच मैच में केवल 26 रन बना सके और 2 विकेट हासिल कर सके। ऐसे फीके प्रदर्शन के बाद उन्होंने अंतत: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
ऐसा रहा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर
38 वर्षीय ब्रावो ने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ जॉर्ज टाउन में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने उसी साल लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। 2006 में ऑक्लैंड नें न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेला था। ब्रावो ने वेस्टइंडीज के लिए अपने करियर में 40 टेस्ट, 164 वनडे और 91 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट में 2200, वनडे में 2968 और अंतरराष्ट्रीय टी20 में 1245 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने क्रमश: 86, 199 और 78 विकेट हासिल किए।
ब्रावो ने दो साल पहले भी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था लेकिन किरोन पोलार्ड के कप्तान बनने के बाद उन्होंने टी20 टीम में वापसी का फैसला वर्ल्ड कप के मद्देनजर किया था लेकिन यहां वो धमाल नहीं दिखा सके।
दुनियाभर में टी20 लीग में मचाया धमाल
ड्वेन ब्रावो ने दुनियाभर की टी20 लीग में गेंद और बल्ले से धमाल मचाया। टी20 लीग में बल्ले से ज्यादा उन्होंने गेंदबाजी में धमाल किया। आज वो टी20 क्रिकेट में दुनिया के सबसे सफल गेंदबाज हैं। उनके नाम 553 टी20 विकेट दर्ज हैं। वहीं बल्ले से भी उन्होंने 6627 रन बनाए। इस तरह का कारनामा उनके अलावा और कोई नहीं कर सका।