- महाराष्ट्र कैबिनेट ने सुझाए दो आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के दो विकल्प
- पहला विकल्प है कि आईपीएल की तारीखों को आगे बढ़ा दिया जाए
- दूसरा विकल्प है कि दर्शकों के बगैर हो टूर्नामेंट के आयोजन
मुंबई: कोरोना वायरस के कहर की वजह से आईपीएल के आयोजन को लेकर कई तरह के कयास लग रहे हैं। गुरुवार को इस मामले में बड़े निर्देश भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों द्वारा जारी किए गए हैं जिनका सीधा वास्ता आईपीएल 2020 के आयोजन से है। पहले तो विदेश मंत्रालय ने आनन-फानन में वीजा कैंसिल करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद खेल मंत्रालय ने भी स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एडवाइजरी को पालन करने के निर्देश बीसीसीआई सहित देश के सभी राष्ट्रीय महासंघों को जारी कर दिए। ऐसे में इसका असर ऐसा हुआ कि राजकोट में खेले जा रहे रणजी फाइनल और भारत दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जाने वाले सीरीज के दूसरा और तीसरा वनडे बगैर दर्शकों की मौजूदगी के खेला जाएगा।
कैबिनेट ने सुझाए दो विकल्प
ऐसे में महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य की कैबिनेट का मानना है कि या तो आईपील की तारीखों को आगे बढ़ा दिया जाए या फिर इसका आयोजन दर्शकों की गैरमौजूदगी में बंद दरवाजे में किया जाए। राजेश टोपे ने कहा, कैबिनेट की बैठक में आईपीएल के बारे में चर्चा हुई। हमारा मानना है कि बड़े पैमाने पर लोगों को एकत्र होने से बचाया जाए। हमारे पास दो विकल्प हैं आईपीएल का आयोजन बगैर दर्शकों को हो या फिर इस टूर्नामेंट के आयोजन की तारीखों को आगे बढ़ाया जाए।'
15 अप्रैल तक सभी तरह के वीजा रद्द
आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने गुरुवार को कहा कि सरकार द्वारा वीजा पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद विदेशी खिलाड़ी टूर्नामेंट के दौरान उपलब्ध नहीं होंगे। इस बारे में हम 14 मार्च को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की होने वाली बैठक में चर्चा करेंगे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आईपीएल के 13वें संस्करण का आयोजन 29 मार्च से 24 मई के बीच होना है। टूर्नामेंट का पहला मुकाबला 29 मार्च को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा।