लंदन: कोविड-19 महामारी की वजह से क्रिकेट पर गहरा असर पड़ा है और इसकी वजह से जिन क्रिकेट आयोजनों को रद्द या स्थगित करना पड़ा है उससे भारी नुकसान होने के आसार हैं। दुनिया के सभी देशों के क्रिकेट बोर्ड इसकी चपेट में आए हैं। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने एक ताजा आकलन करने के बाद बताया है कि अगर इस पूरे सत्र में खेल नहीं हो पाया तो उन्हें कितना नुकसान होने वाला है।
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन ने दावा किया है कि महामारी के कारण अगर पूरे सत्र में खेल नहीं हो पाया तो इंग्लैंड में क्रिकेट को 38 करोड़ पाउंड का नुकसान होगा। इस अनुमानित नुकसान का आकलन अंतरराष्ट्रीय और घरेलू खेलों घरेलू क्रिकेट को ध्यान में रख कर किया गया है। ईसीबी ने पिछले हफ्ते जुलाई तक काउंटी सत्र को निलंबित कर दिया था।
हैरिसन ने ‘क्रिकेटर डॉट कॉम’ से कहा, ‘‘हमने सबसे बुरी स्थिति का अनुमान लगाया है जिसमें इस साल कोई क्रिकेट नहीं होने की तुलना में हमें 38 करोड़ पाउंड का नुकसान होगा। इस दौरान क्रिकेट के 800 दिनों (घरेलू और राष्ट्रीय टीम के मैचों को मिलाकर) के खेल का नुकसान होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस स्थिति से निपटना क्रिकेट में यह हमारे लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती होगी।
ईसीबी पहले ही 18 काउंटी टीमों के लिए 6.1 करोड़ पाउंड के राहत पैकेज की घोषणा कर चुका है। गौरतलब है कि इंग्लैंड में कई पक्षों की तरफ से खाली मैदानों पर क्रिकेट कराने की पेशकश भी की है। बेन स्टोक्स जैसे इंग्लैंड के कुछ दिग्गज खिलाड़ियों का भी मानना है कि खाली मैदानों पर मैच कराना कोई खराब सौदा नहीं है। जबकि कुछ का मानना है कि खाली क्रिकेट स्टेडियम में मुकाबले कराने का कोई मतलब नहीं बनता।
इंग्लैंड में इसी साल 100 बॉल क्रिकेट यानी 'द हंड्रेड' का आगाज होना था। इस बार टूर्नामेंट का पहला संस्करण आयोजित किया जाना था और सभी टीमों व आयोजकों की तैयारी भी हो चुकी थी लेकिन महामारी के कारण लॉकडाउन की वजह से इसे नहीं कराया जा सकता। इसके रद्द होने सभी तमाम क्रिकेटरों व फैंस को करारा झटका लगा है।