- इंग्लैंड का वो खिलाड़ी जिसने जीते करोड़ों दिल, विरोधी खिलाड़ियों के लिए हमेशा खड़ी की मुश्किल
- नहीं मिली उतनी शोहरत लेकिन आंकड़े ऐसे कि कोई भी हैरान रह जाए
- द्वितीय विश्व युद्ध की वजह से भारत के खिलाफ खेलने से चूक गया
Arthur Wellard Birthday: क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी हुए जिन्होंने खेल के हर विभाग में अपना दम दिखाया और ऑलराउंडर का दर्जा हासिल किया। आज भी कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो उस सिलसिले को कायम रखे हुए हैं। हम जिस खिलाड़ी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, वो भी ऑलराउंडर्स की फेहरिस्त का एक हिस्सा है लेकिन इस खिलाड़ी ने जो आंकड़े अपने नाम दर्ज कराए और उनके बारे में जो किस्से बताए गए, उसको देखते हुए ये साफ है कि उनको उतनी शोहरत नहीं मिली जितनी मिलनी चाहिए थी। ये हैं इंग्लैंड के आर्थर वेलार्ड, जिनका आज जन्मदिन है।
8 अप्रैल 1902 को इंग्लैंड के केंट में आर्थर वेलार्ड का जन्म हुआ था। वो बचपन से ही क्रिकेट के शौकीन थे और कम उम्र से ही इस खेल के प्रति दीवानगी दिखने लगी थी। आमतौर पर खिलाड़ियों का करियर काफी जल्दी शुरू हो जाता है लेकिन आर्थर को अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच 25 की उम्र में खेलने को मिला जब उनको समरसेट टीम की तरफ से मेहमान न्यूजीलैंड के खिलाफ मैदान पर उतार दिया था। जबकि काउंटी चैंपियनशिप खेलने के लिए उन्हें 29 की उम्र तक इंतजार करना पड़ा।
पहले ही सीजन में मचाया कहर
आर्थर वेलार्ड ने जब अपना पहला काउंटी क्रिकेट (इंग्लैंड में प्रथम श्रेणी क्रिकेट) सीजन खेला तो किसी को यकीन नहीं हुआ उन्हें देखकर। इस खिलाड़ी ने अपने पहले ही सीजन में 125 विकेट ले डाले, एक मैच में 10 विकेट लिए जबकि जून 1929 से पहले पांच पारियों में से चार पारियों में वो 5-5 विकेट ले चुके थे। एक शानदार करियर देर से शुरू हुआ लेकिन अब वो पीछे मुड़ने वाले नहीं थे।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट के आंकड़े (बैटिंग, बॉलिंग, फील्डिंग)
मैच- 417
रन- 12485
शतक/अर्धशतक- 2/59
विकेट- 1614
एक मैच में 10 विकेट- 24 बार
एक पारी में 5 विकेट- 108 बार
कैच- 377
छक्के जड़ने का उस्ताद, बनाया था रिकॉर्ड
आर्थर वेलार्ड एक शानदार ऑलराउंडर थे, उनकी गेंदबाजी मुख्य आकर्षण होती थी लेकिन बल्लेबाजी और फील्डिंग भी किसी से कम नहीं थी। इन सबके बीच एक चीज ऐसी थी जिसने सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित किया, और वो थी उनके छक्के जड़ने की क्षमता। वो किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी करने आते थे, मैदान कितना भी बड़ा हो और सामने कोई भी गेंदबाज हो, अगर आर्थर को छक्का जड़ना होता था तो वो बेहद आसानी से जड़ देते थे। आलम ये था कि उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में 500 से ऊपर छक्के जड़े। यही नहीं, उन्होंने 1935 में एक सीजन में 72 छक्के जड़कर प्रथम श्रेणी क्रिकेट का रिकॉर्ड बना डाला था। हालांकि बाद में 80 शतक जड़कर इयान बॉथम ने वो रिकॉर्ड तोड़ दिया था।
एक ओवर में सर्वाधिक छक्के का रिकॉर्ड
इसके अलावा आर्थर वेलार्ड ने 1938 में केंट के खिलाफ मैच में दिग्गज गेंदबाज फ्रैक वूली के एक ओवर में 5 छक्के जड़कर उन दिनों का बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया था। वो रिकॉर्ड 1968 तक कायम रहा जिसके बाद वेस्टइंडीज के गैरी सोबर्स ने 6 गेंदों में 6 छक्के जड़कर रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कितना खेले आर्थर?
इनके आंकड़े देखकर कोई भी कहेगा कि ऐसे खिलाड़ी को राष्ट्रीय टीम में होना चाहिए लेकिन उनको 1937 में इंग्लैंड की टेस्ट टीम में मौका दिया गया लेकिन वो सिर्फ दो टेस्ट मैच ही खेल पाए। एक न्यूजीलैंड के खिलाफ और दूसरा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ। उन दो मैचों में उन्होंने 47 रन बनाए और 7 विकेट हासिल किए थे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 81 रन देकर 4 विकेट रहा। आर्थर का निधन 31 दिसंबर को 1980 में ससेक्स में हुआ था। वो 40 की उम्र तक क्रिकेट खेले और 1936 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द इयर का अवॉर्ड भी जीता था। वो 1939-40 में इंग्लैंड के भारत दौरे में टेस्ट सीरीज खेलने वाले थे लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के कारण ऐसा नहीं हो सका था।