- कोहली की कप्तानी में ताकतवर बन चुकी है भारतीय टीम
- भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में 1-0 की बढ़त बना रखी है
- मोंटी पनेसर का मानना है कि विराट कोहली दो ऑस्ट्रेलियाई कप्तानों का रिकॉर्ड तोड़ना चाहेंगे
लंदन: विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम पहले टेस्ट के आखिरी दिन जीत की स्थिति में थी, लेकिन पांचवां दिन बारिश की भेंट चढ़ गया और मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इसके बाद लॉर्ड्स टेस्ट में कई उतार--चढ़ाव देखने को मिले, लेकिन कोहली की सेना ने आखिरी दिन बेहतरीन प्रदर्शन करके थ्री लायंस को 151 रन की करारी शिकस्त दी। दूसरे टेस्ट के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच गर्मजोशी देखने को मिली। भारतीय टीम आखिर में हंसी, जिसने इंग्लैंड को मात देकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई।
टाइम्स नाउन्यूज डॉट कॉम के सुयश श्रीवास्तव को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने कोहली की कप्तानी की तारीफ की और कहा कि वो ऑस्ट्रेलिया के दो महान कप्तान रिकी पोंटिंग व स्टीव वॉ का रिकॉर्ड तोड़ना चाहेंगे। बता दें कि रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ दोनों ने अपनी कप्तानी में टीम को लगातार 16 टेस्ट में जीत दिलाई है। पनेसर का मानना है कि कोहली इस रिकॉर्ड को तोड़ना चाहेंगे। इसके अलावा पनेसर ने सीरीज के परिणाम पर भी अपने विचार रखे।
विराट कोहली की आक्रमकता एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। क्या आपको लगता है कि विरोधी टीम को उन्हें और उनकी टीम को उकसाने से रोकना चाहिए?
मोंटी पनेसर- मेरे ख्याल से यह क्रिकेट का हिस्सा है। प्रत्येक टीम घरेलू परिस्थिति का फायदा उठाना चाहती है ताकि विरोधी टीम पर दबाव बना सके। भारत का गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है तो विराट कोहली को आक्रामक होने की अनुमति मिली और विरोधी टीम उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकी। अगर उनके पास इस स्तर का तेज गेंदबाजी आक्रमण या इतने मजबूत बल्लेबाज नहीं होते, तो हो सकता है कि वो इतने आक्रामक नहीं होते। उन्हें पता है कि उनकी टीम इंग्लैंड से मजबूत है और अगर परिस्थितियां रास आई तो वह इंग्लैंड को मात दे सकते है। इसलिए स्टुअर्ट ब्रॉड, बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर ने विराट कोहली को आक्रामक होने की अनुमति दी।
भारतीय कप्तान के टेस्ट कप्तान के प्रति जुनून ने कुछ यादगार नतीजे दिए हैं। सर्वकालिक महानतम टेस्ट कप्तानों में आप उन्हें कहां आंकते हैं?
मोंटी पनेसर - वह शानदार कप्तान है। वह किसी समय रिकी पोंटिंग का रिकॉर्ड तोड़ना चाहेंगे। वह जितना लंबे समय तक हो सके, कप्तानी करना चाहेंगे। मुझे विश्वास है कि वह विदेश में और ज्यादा जीत दर्ज करना चाहेंगे। कोहली ने भारत में अपनी कप्तानी में कभी टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई है- जो कि बड़ी बात है। हर कप्तान सोचता है कि अगला क्या? कोहली कुछ समय में सोचेंगे कि भारतीय टीम लगातार कितनी जीत दर्ज कर सकती है। यह ऐसी चीज है जो उन्हें पोंटिंग और स्टीव वॉ के बराबर पहुंचा देगा क्योंकि ये उन्होंने हासिल किया और अगर वह जीत के बाद जीत हासिल करने में कामयाब रहे तो बहुत विशेष होगा।
जो रूट को छोड़कर कोई इंग्लिश बल्लेबाज फॉर्म में नहीं दिखा। एशेज के पहले इंग्लैंड के लिए यह कितनी बड़ी चिंता है?
मोंटी पनेसर - इंग्लैंड ने सफेद गेंद क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान लगाया है। वह विश्व कप जीत चुका है। टी20 में वह मजबूत टीम है। द हंड्रेड शानदार टूर्नामेंट है, लेकिन हम सभी देख सकते हैं कि जो रूट ने इंग्लैंड के लिए ढेरों रन बनाए हैं। जहां वो अपनी जिंदगी के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में है, वहीं शर्म की बात है कि टीम के अन्य साथी उनका साथ नहीं निभा पा रहे हैं। यह निश्चित ही चिंता की बात है क्योंकि रूट अकेले इंग्लैंड को मैच नहीं जिता सकते हैं। अन्य बल्लेबाजों को उनका समर्थन देने की जरूरत है। यह इंग्लैंड टीम अकेले जो रूट पर निर्भर नहीं रह सकती है।
भारत पहले टेस्ट में ड्राइविंग सीट पर था और दूसरे टेस्ट में वापसी करके 1-0 की बढ़त बनाई। आपका सीरीज को लेकर क्या अनुमान है?
मोंटी पनेसर - भारतीय टीम निश्चित ही टेस्ट सीरीज जीतने की दावेदार है। मैं हैरान रहूंगा अगर वो 4-0 से सीरीज जीते तो। यह 3-0 या 2-0 हो सकती है। भारत को सीरीज जीतना चाहिए। यह निराशाजनक होगा कि इस तरह की शुरूआत पाने के बाद वह सीरीज नहीं जीतेगी। यह इंग्लैंड के लिए सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं, जिसका सामना भारतीय टीम कर रही है, तो उन्हें सहजता से सीरीज जीतना चाहिए। इंग्लैंड के लिए कुछ खिलाड़ी आए और हो सकती है कि अगले 6 से 12 महीने में उसे कुछ अच्छे खिलाड़ी मिले।
रविचंद्रन अश्विन बनाम रवींद्र जडेजा बहस पर आपका क्या रुख है? कौन से एक स्पिनर को भारत को आपके हिसाब से प्लेइंग XI में खिलाना चाहिए और क्यों?
मोंटी पनेसर - अगर भारत सिर्फ एक स्पिनर खिलाने का फैसला करता है तो यह रवींद्र जडेजा होना चाहिए। उनकी फील्डिंग, बल्लेबाजी, वो और रिषभ पंत दोनों मिलकर पूरी पारी का हाल बदल सकते हैं। वह थोड़ी रक्षात्मक गेंदबाजी करते हैं। रविचंद्रन अश्विन तब खेले जब स्थिति अच्छी और गर्म हो। अगर परिस्थितियां बारिश वाली हो तो आपको जडेजा के साथ उतरना चाहिए क्योंकि ऐसे परिदृश्य में स्पिन खतरनाक साबित नहीं होती। मुझे उम्मीद है कि हेडिंग्ले में दोनों एकसाथ मैदान संभालेंगे, जहां पांच दिन स्थितियां बहुत अच्छी रहेगी।