- गुरुवार से मैनचेस्टर में खेला जाएगा इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट
- पहले टेस्ट में कैरेबियाई टीम मे हासिल की थी 4 विकेट से जीत
- सिमंस ने बताया क्यों पहले टेस्ट में मेजबान टीम को पटखनी देने में सफल हुई उनकी टीम
मैनचेस्टर: कोरोना के कहर के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के दौरान पहली बाजी वेस्टइंडीज की टीम ने मार ली। साउथैम्पटन में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में मेजबान इंग्लैंड को 4 विकेट के अंतर से मात देकर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। ऐसे में उसके पास 32 साल लंबे अंतराल के बाद इंग्लैंड की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीतने का शानदार मौका मिल गया है जिसे कैरेबियाई टीम किसी भी सूरत में खाली नहीं जाने देना चाहती है।
गुरुवार से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाले सीरीज के दूसरे टेस्ट से पहले वेस्टइंडीज के कोच फिल सिमन्स ने पहले टेस्ट में सफलता का राज साझा करते हुए कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण जल्दी इंग्लैंड आने की वजह से खिलाड़ियों को तैयारी के लिये काफी समय मिल गया जिसने टीम की साउथैम्पटन टेस्ट में इंग्लैंड पर चार विकेट की जीत में अहम भूमिका निभायी।
एक महीने पहले इंग्लैंड पहुंच गई थी कैरेबियाई टीम
तीन मैच की टेस्ट सीरीज में भाग लेने के लिए वेस्टइंडीज की टीम 9 जून को इंग्लैंड पहुंच गई। इसके बाद से टीम जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में अभ्यास कर रही थी। इसके बाद 8 जुलाई को शुरू हुए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।
सिमन्स ने गुरुवार से ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, 'मुझे लगता है कि इसका प्रदर्शन पर काफी असर पड़ा। हम काफी समय से यहां हैं, हमने नेट में काफी बेहतरीन गेंदबाजी क्योंकि हमारे पास यहां करीब 11 तेज गेंदबाज थे। मैं अपने दिनों की याद नहीं करना चाहता लेकिन हम इंग्लैंड आते और पहले टेस्ट से पहले तीन या चार अभ्यास मैच खेलते थे। टेस्ट मैचों के बीच हम तीन दिवसीय या चार दिवसीय मैच भी खेला करते थे। इसलिये मुझे लगता है कि अभ्यास का वो समय काफी लंबा चलता था जिसके बाद हम पहला टेस्ट खेलते थे।'
पहले मैच में हुई कड़ी टक्कर
सिमन्स ने पहले टेस्ट में कैरेबियाई टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन की जमकर तारीफ। हालांकि उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को आत्ममुग्धता से बचने की भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, 'मेरे लिये वो शानदार जीत थी क्योंकि मुझे लगता है कि इससे साफ पता चलता है कि खिलाड़ियों ने पिछले चार से पांच हफ्ते में काफी कड़ी मेहनत की है। यह शीर्ष स्तर का टेस्ट मैच रहा, जिसमें दोनों टीमों ने काफी अच्छी क्रिकेट खेली और अंतिम घंटे में इसका नतीजा किसी भी टीम की ओर जा सकता था।'
उन्होंने आगे कहा, 'लेकिन आपको आत्ममुग्ध होने से बचना होगा और ऐसा आप तभी कर सकते हो जब आप वही चीजें करो जो आप शुरुआती टेस्ट से पहले कर रहे थे। इस समय वो टेस्ट बीती बात हो चुका है। हमें अब गुरूवार से सोमवार तक चलने वाले मुकाबले के बारे में सोचना होगा।'