- अवि बरोट का दिल का दौरा पड़ने से निधन
- बरोट करियर में हरियाणा और सौराष्ट्र से खेले
- बरोट के परिवार में मां और गर्भवती पत्नी हैं
राजकोट/अहमदाबाद: सौराष्ट्र के बल्लेबाज और भारत के पूर्व अंडर-19 कप्तान अवि बरोट का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया, वह 29 साल के थे। सौराष्ट्र की रणजी ट्राफी (2019-20 सत्र) जीतने वाली टीम के सदस्य बरोट ने अपने करियर में हरियाणा और गुजरात की टीमों का भी प्रतिनिधित्व किया था। अहमदाबाद में अपने घर में बेचैनी महसूस करने के बाद शुक्रवार को उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। बरोट के परिवार में उनकी मां और गर्भवती पत्नी हैं।
अवि बरोट ने एंबुलेंस में अंतिम सांस ली
सौराष्ट्र क्रिकेट संघ (एससीए) के अध्यक्ष जयदेव शाह ने पीटीआई से कहा, 'अवि को जब बेचैनी महसूस हुई, तब वह घर में थे। उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन एंबुलेंस में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। वह बहुत ही जिंदादिल लड़का था और उसकी प्रतिभा देखकर ही मैं उसे हरियाणा से सौराष्ट्र लाया था। उसने अपना प्रथम श्रेणी करियर हरियाणा में शुरू किया था।' शाह ने कहा, 'अवि के पिता का 42 साल की उम्र में निधन हो गया था। अवि के परिवार में अब उनकी मां और पत्नी हैं। उनकी पत्नी को चार माह का गर्भ है। इस दुखद घटना से उबरने में उन्हें काफी समय लगेगा।'
पिछले हफ्ते स्थानीय टूर्नामेंट में खेला थे बरोट
यह युवा क्रिकेटर पिछले हफ्ते एक स्थानीय टूर्नामेंट में खेला था। वह दायें हाथ का बल्लेबाज था जो ऑफ ब्रेक गेंदबाजी भी कर सकता था। शाह ने कहा, 'मैं अब भी इस खबर से स्तब्ध हूं। वह महज 29 साल का था और पिछले हफ्ते हमारा एक राज्य स्तर का टूर्नामेंट जीवन ट्राफी हुआ था जिसमें वह खेला था। बल्कि मैंने उसे कहा था कि तुम रन बना रहे हो, आराम से बनाओ तो उसने कहा, ‘जयदेव भाई हमें इसे जीतना होगा।' बरोट 38 प्रथम श्रेणी मैच, 38 लिस्ट ए मैच और 20 घरेलू टी20 मैच खेल चुके थे। वह विकेटकीपर बल्लेबाज थे जिन्होंने प्रथम श्रेणी मैचों में 1,547 और लिस्ट ए मैचों में 1,030 और टी20 मैचों में 717 रन बनाये थे।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने दुख प्रकट किया
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह ने कहा, 'अवि बरोट के असामयिक निधन से काफी स्तब्ध और दुखी हूं। भारत की अंडर-19 टीम, सौराष्ट और हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाला युवा क्रिकेटर हमें बहुत जल्दी छोड़कर चला गया। उनके परिवार और दोस्तों को इस दुख की घड़ी में संवेदनायें।' वह सौराष्ट्र की रणजी ट्राफी जीतने वाली टीम के सदस्य थे जिसने फाइनल में बंगाल को हराया था। उन्होंने इस मैच में अर्धशतक भी जड़ा था। वह उस सौराष्ट्र टीम का भी हिस्सा थे जो 2015-16 और 2018-19 में रणजी ट्राफी फाइनल में पहुंची थी।संघ (एससीए) ने यहां जारी मीडिया विज्ञप्ति में शोक व्यक्त करते हुए कहा, 'सौराष्ट्र क्रिकेट संघ में हर कोई सौराष्ट्र के शानदार क्रिकेटर अवि बरोट असामयिक निधन से स्तब्ध और दुखी है।'
सौराष्ट्र के लिये उन्होंने 21 रणजी ट्राफी मैच, 17 लिस्ट ए और 11 घरेलू टी20 मैच खेले थे।
2011 में भारत की अंडर-19 टीम के कप्तान थे बरोट
बरोट 2011 में भारत की अंडर-19 टीम के कप्तान थे जिससे पहले उन्होंने गुजरात के लिये कूच बेहार ट्राफी में चार शतक और तीन अर्धशतक जमाकर टीम को उस सत्र का खिताब दिलाया था। इस साल के शुरू में सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में गोवा के खिलाफ मैच के दौरान महज 53 गेंद में 122 रन की शानदार पारी खेलकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था।
'अवि के निधन की खबर स्तब्ध करने वाली और दर्दनाक'
एससीए अध्यक्ष ने कहा, 'अवि के निधन की खबर काफी स्तब्ध करने वाली और दर्दनाक है। वह काफी अच्छे खिलाड़ी थे। हाल के घरेलू मैचों में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था।' सौराष्ट्र के पूर्व कप्तान जयदेव शाह ने कहा, 'वह काफी मिलनसार और नेक इंसान था। सीएसए में हम सभी काफी सदमे में हैं।' महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर बरोट के आदर्श थे। तेंदुलकर ने जब 2013 में लाहली में अपना अंतिम रणजी ट्राफी मैच खेला था तो बरोट हरियाणा की टीम में थे। हालांकि वह मैच नहीं खेले थे लेकिन उन्होंने बताया था कि तेंदुलकर टीम के ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों से मिलने आये थे।