मध्यक्रम के बल्लेबाज अंबाती रायुडू को विश्व कप 2019 के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। विश्व कप से पहले उनके टीम में शामिल होने की प्रबल संभालना थी, लेकिन ऐसा होना नहीं पाया। तब एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने ऑलराउंडर विजय शंकर को रायुडू पर तरजीह दी थी। समिति ने शंकर को थ्री डायमेंशनल प्लेयर बताया था, जिसपर रायुडू ने एक तंज भरा ट्वीट भी किया था। टीम में रायुडू को नहीं चुने जाने को लेकर काफी विवाद हुआ था और उन्होंने आनन-फानन में संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। हालांकि, वह कुछ वक्त बाद संन्यास से बाहर आ गए। अब पूर्व चयनकर्ता देवांग गांधी ने रायुडू को विश्व कप टीम में जगह नहीं देने को एक गलती माना है।
'रायुडू की मौजूदगी मददगार होती'
'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के मुताबिक, तत्कालीन चयन समिति का हिस्सा रहे देवांग गांधी ने रायुडू को विश्व कप टीम में नहीं चुने जाने पर कहा, 'हां, यह एक गलती थी। हम भी इंसान हैं। उस समय हमें लगा था कि हमने सही संयोजन चुना है, लेकिन बाद में हमें एहसास हुआ कि रायुडू की मौजूदगी शायद मददगार होती। दरअसल, भारत का विश्व कप में एक मैच बुरा गया था और यही कारण है कि रायुडू का टीम में शामिल नहीं होना एक बड़ी चर्चा का विषय बन गया। एक मैच को छोड़ दें तो भारत ने टूर्मामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। मैं रायुडू के गुस्से को समझ सकता हूं और उनका रिएक्शन उचित है।'
इस सीरीज में चला था रायुडू का बल्ला
रायुडू को विश्व कप से पहले भारतीय टीम में नंबर चार पर बल्लेबाजी के कई मौके दिए गए थे। माना जा रहा था कि वो इस स्थान पर बल्लेबाजी के लिए सबसे उपयुक्त खिलाड़ी हैं। लेकिन विश्व कप से पहले मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की घरेलू वनडे सीरीज में रायुडू का बल्ला नहीं चला। इसके बाद उन्हें विश्व कप टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। पूर्व चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कुछ महीने पहले इंटरव्यू में कहा था, 'मुझे रायुडू को लेकर काफी बुरा लगा। मैं साफ कह सकता हूं कि यह निर्णय यह बहुत ही मार्मिक मुद्दा था। मैं खुद दुखी था कि उनके साथ क्या हुआ है (विश्व कप टीम में चयन नहीं होने पर)।'