- 2011 विश्व कप फाइनल में एमएस धोनी और गौतम गंभीर ने उम्दा पारियां खेली थीं
- धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ मैच विजयी छक्का जड़ा था, जो पल आइकॉनिक हुआ
- गंभीर इस बात को नहीं मानते कि धोनी के छक्के को ऐसे याद किया जाए कि वो छक्का, जिससे भारत विश्व चैंपियन बना
नई दिल्ली: जब भी क्रिकेट फैंस भारत की 2011 विश्व कप खिताब जीतने की याद करेंगे तो एमएस धोनी द्वारा श्रीलंका के खिलाफ जमाया मैच विजयी छक्का सबसे पहले याद बनकर उनके सामने आएगा। एक वेबसाइट ने इस पल को इस तरह पेश किया था, 'एक छक्का, जिसने भारत को विश्व कप जिताया', इसे देखकर पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर बिलकुल भी खुश नजर नहीं आए। गंभीर ने टीम प्रयास का महत्व बताते इस खिताबी जीत को समझाया। गौतम गंभीर ने बताया कि वह इस आइकॉनिक जीत को किस अंदाज में देखते हैं।
2011 विश्व कप खिताब जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान एमएस धोनी थे, और जब भी इस मैच की बात होती है तो कप्तान की जमकर तारीफ होती है। गंभीर ने हालांकि ध्यान दिलाया कि क्रिकेट एक टीम खेल है और इसमें अन्य लोगों के योगदान को देखने की जरूरत है। गंभीर के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया ने कहा, 'क्या आपको लगता है कि एक व्यक्ति हमे विश्व कप जिता सकता है? अगर एक व्यक्ति विश्व कप जिता सकता, तो भारत अब तक सभी विश्व कप जीत जाता। दुर्भाग्यवश भारत में व्यक्तिगत लोगों की पूजा होती है। मेरा कभी ऐसा मानना नहीं रहा है। टीम खेल में व्यक्ति की कोई जगह नहीं होती। यह सब योगदान पर निर्भर करता है।'
युवराज सिंह तो छह विश्व कप जिता देते: गंभीर
गंभीर ने जहीर खान, युवराज सिंह, सचिन तेंदुलकर आदि के प्रदर्शन पर ध्यान दिलाया, जो एमएस धोनी के छक्के को विश्व कप जिताने की बात कहते हैं। गंभीर ने कहा कि युवराज सिंह तो फिर छह विश्व कप जीत जाते (2007 वर्ल्ड टी20 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने लगातार 6 छक्के जमाए थे)।
गंभीर ने कहा, 'क्या आप जहीर खान का योगदान भूल सकते हैं? फाइनल में उनका पहला स्पेल, जब लगातार तीन मेडन ओवर डाले? क्या आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ युवराज सिंह का प्रदर्शन भूल सकते हैं? सचिन तेंदुलकर का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक? हम सिर्फ एक ही सिक्स को याद क्यों रखते हैं? अगर एक सिक्स हमें विश्व कप जिताता, तो मुझे लगता है कि युवराज सिंह भारत के लिए 6 वर्ल्ड कप जीत जाते क्योकि उन्होंने एक ही ओवर में छह छक्के जड़े थे। कोई युवराज सिंह की बात नहीं करता। वह 2007 और 2011 विश्व कप के हीरो हैं। और हम बस एक सिक्स की बात करते हैं।'
बता दें कि गौतम गंभीर ने खुद भी श्रीलंका के खिलाफ बड़ी भूमिका निभाई थी। तीसरें नंबर पर आकर गंभीर ने 97 रन बनाए और एमएस धोनी के साथ शतकीय साझेदारी भी की। कई फैंस अब भी गंभीर की फाइनल पारी को सबसे यादगार मानते हैं। गंभीर ने कहा कि जब लोग आकर आपसे कहते हैं कि विश्व कप दिलाने के लिए धन्यवाद, तो वो उन्हें सबसे बड़ी उपलब्धि लगती है।