- युजवेंद्र चहल के प्रदर्शन पर गौतम गंभीर ने जताई चिंता
- युजवेंद्र चहल ने दूसरे टी20 में 4 ओवर में 49 रन देकर एक विकेट लिया
- भारत को दूसरे टी20 में दक्षिण अफ्रीका के हाथों 4 विकेट की शिकस्त मिली
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में युजवेंद्र चहल की सोच पर सवाल खड़े किए हं। भारतीय टीम को दूसरे टी20 में चार विकेट से शिकस्त मिली। चहल ने चार ओवर में 49 रन दिए और एक विकेट लिया। उन्होंने पहले मैच में 13 गेंदों में 26 रन लुटाए थे। इसके बाद से चहल आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं।
भारतीय टीम को पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में सात विकेट से शिकस्त मिली थी। इसके बाद भारत ने दूसरे टी20 में अपनी प्लेइंग 11 में कोई बदलाव नहीं किया था। कार्यवाहक कप्तान ऋषभ पंत दोबारा टॉस हार गए और भारत को पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी। भारत ने रुतुराज गायकवाड़ के रूप में पहला विकेट गंवाया। इशान किशन और श्रेयस अय्यर ने दूसरे विकेट के लिए अच्छी साझेदारी करके बड़े स्कोर तक पहुंचाने की उम्मीद जगाई। मगर मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज योगदान नहीं दे सके और भारत ने केवल 148 रन बनाए।
अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने पावरप्ले में तीन ओवर किए और तीन विकेट लिए। मगर अन्य भारतीय गेंदबाज संघर्ष करते दिखे और प्रोटियाज टीम ने 10 गेंदें शेष रहते मैच जीत लिया। बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने एक ओवर किया और 19 रन खर्च किए। चहल ने कप्तान टेंबा बावुमा का विकेट लिया, लेकिन आखिरी ओवर में 23 रन खर्च किए। गंभीर चाहते हैं कि चहल ज्यादा आक्रामक मानसिकता के साथ जाकर विकेट ले, भले ही वो 50 रन खर्च करें।
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, 'अपनी गति में बदलाव करना जरूरी है। अगर चहल सोचते हैं कि मैं कड़ी गेंदबाजी करके विकेट लूंगा तो ऐसा नहीं होने वाला। वो 4 ओवर में 50 रन दे सकते हैं। मगर उन्हें तीन विकेट लेना होंगे। वो टीम को ऐसी स्थिति में ले जाएं, जहां से मैच जीत सके। मगर वो 40 या 50 रन खर्च करें और एक विकेट ले, तो यह दिक्कत है। उन्हें धीमी गेंद डालकर बल्लेबाज को ललचाने की जरूरत है। अगर कुछ छक्के पड़ते हैं तो कोई दिक्कत नहीं।'
गंभीर ने आगे कहा, 'दूसरे टी20 में दक्षिण अफ्रीका के किसी बल्लेबाज ने चहल की गेंद पर आगे बढ़कर शॉट खेलने का प्रयास नहीं किया। उन्होंने क्रीज में रहकर ही लेग स्पिनर की गेंदों पर प्रहार किया। इसका साफ मतलब था कि चहल तेज गेंद डालने की कोशिश कर रहे थे। हमें अक्षर पटेल से इस तरह की गेंदों की उम्मीद है न कि चहल से।'