- टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह हुए ठगी का शिकार
- चेन्नई के उद्योगपति ने हरभजन सिंह के साथ चार करोड़ रुपए की ठगी की
- हरभजन सिंह ने चेन्नई पुलिस में उद्योगपति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है
नई दिल्ली: टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने चेन्नई पुलिस में एक उद्योगपति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिन्होंने उनके साथ 4 करोड़ रुपए की ठगी की। यह घटना तब प्रकाश में आई जब हरभजन सिंह से पैसे लेने वाले उद्योगपति ने मद्रास हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दर्ज की क्योंकि भज्जी ने उनके नाम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
हरभजन सिंह ने बताया कि उनकी मुलाकात जी महेश से एक दोस्त के जरिये हुई और उन्होंने 2015 में ही लोन की रकम चुका दी थी। खबरों के मुताबिक महेश चेन्नई में उतांडी पर जुहू बीच रोड पर रहते हैं। 40 साल के ऑफ स्पिनर के बारे में रिपोर्ट है कि जब भी उन्होंने महेश से संपर्क करने की कोशिश की तो उद्योगपति ने ढिलाई बरती और लोन चुकाने को नजरअंदाज किया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 18 अगस्त को महेश द्वारा जारी 25 लाख रुपए का चेक अपर्याप्त कोष के कारण बाउंस हो गया। इसके बाद हरभजन सिंह ने चेन्नई पुलिस कमिश्नर से बात की और महेश व अन्य कुछ लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। याचिका को नीलांकराय के सहायक पुलिस आयुक्त को भेज दिया गया है। इसके बाद, एसीपी ने महेश को विस्तृत पूछताछ के लिए उनके सामने पेश होने के लिए बुलाया है। अपने काउंसलर के सुरेंदर और छेन्थूरी पुगाजेंधी के माध्यम से, उन्होंने अग्रिम जमानत दायर की।
महेश ने अपने हलफनामे में कहा कि उसने सुरक्षा के रूप में थलम्बूर में एक संपत्ति जारी करने के बाद हरभजन से ऋण (लोन) लिया था। हरभजन के पास भी अपने नाम की पावर ऑफ एटोर्नी है। संपत्ति, दस्तावेज संख्या 3635/2015 के साथ, तिरुपुरूर उप-रजिस्टर में पंजीकृत की गई थी। महेश ने उल्लेख किया कि उसने हरभजन को सभी बकाया राशि का भुगतान किया था।
आईपीएल 2020 में नहीं खेलेंगे भज्जी
जहां तक क्रिकेट करियर की बात है तो इस साल हरभजन सिंह ने अपना नाम आईपीएल 2020 से वापस ले लिया है। वह इस साल आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स का प्रतिनिधित्व करने वाले थे। कई विशेषज्ञों का मानना है कि हरभजन सिंह का विकल्प खोजना सीएसके के लिए मुश्किल होगा। हरभजन सिंह 2008 से आईपीएल खेलते आ रहे हैं। पहले के 10 सीजन में उन्होंने मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्व किया और इसके बाद वह चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा बने। वह भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर्स में से एक हैं।