- हरभजन सिंह ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है
- अब बतौर खिलाड़ी हरभजन मैदान पर नहीं आएंगे नजर
- भारत के लिए यादगार रहा उनका करियर, कई बड़े रिकॉर्ड भज्जी ने अपने नाम किए
नई दिल्ली: पूरी दुनिया में टर्बनेटर के नाम से मशहूर टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर रहे हरभजन सिंह ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया।
हरभजन सिंह ने शुक्रवार की दोपहर अपने ट्वीट और एक वीडियो संदेश के साथ संन्यास का ऐलान करते हुए कहा, हर अच्छी चीज का एक दिन अंत होता है। आज मैं उस खेल को अलविदा कह रहा हूं जिसने मुझे जीवन में सबकुछ दिया। मैं हर उस शख्स को शुक्रिया कहना चाहता हूं जिसने मेरे 23 साल लंबे सफर को खूबसूरत और यादगार बनाने में अपना योगदान दिया। मैं उन सभी का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।
हरभजन सिंह ने भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेले। वो साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे।
Harbhajan Singh's Retirement: हरभजन सिंह को रह गया एक बात का मलाल, पढ़ें उनका पूरा विदाई संदेश
शानदार रहा भज्जी का करियर
41 वर्षीय हरभजन ने अपने शानदार करियर में 103 टेस्ट में 417 विकेट, 236 एकदिवसीय मैचों में 269 विकेट और 28 टी 20 आई में 25 विकेट लिए हरभजन ने 1998 में शारजाह में न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच से अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था। उन्होंने भारत के लिए मार्च 2016 में ढाका में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपना आखिरी मैच खेला था।
उन्होंने मार्च 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 32 विकेट लिये थे , जिसमें एक भारतीय द्वारा पहली टेस्ट हैट्रिक भी शामिल थी। यह उनके शानदार करियर के सबसे यादगार पलों में से एक है। हरभजन भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय क्रिकेट बने थे।