- हरभजन सिंह ने अपना आखिरी टेस्ट अगस्त 2015 में खेला था
- सकलैन मुश्ताक ने कहा कि हरभजन सिंह भारत के शानदार गेंदबाज में से एक है
- मुश्ताक ने कहा कि हरभजन और अश्विन एकसाथ टेस्ट खेल सकते थे
कराची: पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने कहा कि हरभजन सिंह का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर होना उन्हें हैरानीभरा लगा। मुश्ताक ने कहा कि हरभजन सिंह आसानी से टेस्ट क्रिकेट में भारत के सर्वश्रेष्ठ विकेट लेने वाले गेंदबाज बन सकते थे। हरभजन सिंह ने अपना आखिरी टेस्ट अगस्त 2015 में खेला था। इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। फिर रविचंद्रन अश्विन को भारतीय टीम के प्रमुख ऑफ स्पिनर के रूप में जगह मिली।
सकलैन मुश्ताक ने कहा कि हरभजन और अश्विन एकसाथ टीम में खेल सकते थे। पीटीआई ने सकलैन के हवाले से कहा, 'मैं तो हैरान हो गया जब महान भज्जी को टीम से बाहर किया गया। अश्विन और भज्जी दोनों की स्टाइल एकदम अलग है और दोनों एकसाथ प्लेइंग इलेवन में खेल सकते थे। अगर दो दाएं हाथ के तेज गेंदबाज लगातार खेल सकते हैं तो फिर स्पिनर्स क्यों नहीं?'
भज्जी में थी ये क्षमता
सकलैन मुश्ताक ने दावा किया कि हरभजन सिंह में 700 टेस्ट विकेट लेने की क्षमता थी। उन्होंने कहा, 'भज्जी की क्लास ऐसी थी कि वह आसानी से 700 विकेट ले लेता।' हरभजन सिंह ने 103 टेस्ट खेले और 32.46 की औसत से 417 विकेट चटकाए, जिसमें 25 बार एक पारी में 5 विकेट लेना शामिल है। 39 साल के ऑफ स्पिनर अब केवल आईपीएल में खेलते हुए नजर आते हैं, जहां वो इस समय चेन्नई सुपरकिंग्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
पाकिस्तान का संघर्ष
सकलैन मुश्ताक ने 1995 से 2004 के बीच 49 टेस्ट और 169 वनडे खेले और कुल 496 विकेट झटके। फिर उनके फॉर्म में गिरावट आई और तब तक शोएब मलिक व दानिश कनेरिया उभरे। इससे सकलैन मुश्ताक का अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त हो गया। 43 साल के सकलैन का मानना है कि जहां भारत के पास प्रभावशाली स्पिनर्स हैं, वहीं इस मामले में पाकिस्तान की टीम संघर्ष करती रही।
उन्होंने कहा, 'भारत के पास काफी अच्छे स्पिनर्स हैं। कुलदीप यादव प्रभावी हैं। अश्विन और जडेजा तो निरंतर बेहतर प्रदर्शन कर रही रहे हैं। ये विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं। मुझे विश्वास है कि अश्विन और जडेजा 100 टेस्ट खेलेंगे। वहीं पाकिस्तान इस मामले में संघर्ष करता है। यासिर शाह ने दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन उनका फॉर्म अचानक गिर गया। शादाब का कार्य अभी प्रगति पर है।'