- हार्दिक पांड्या के दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने को लेकर संकट के बादल मंडराए
- हार्दिक पांड्या को एनसीए में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया
- हार्दिक पांड्या को भारतीय टीम में वापसी करने से पहले अपनी फिटनेस साबित करना होगी
नई दिल्ली: भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या इस साल दक्षिण अफ्रीका दौरे के दावेदारों की लिस्ट से बाहर रह सकते हैं। हार्दिक पांड्या का तब तक फिट होना मुश्किल माना जा रहा है। इंसाइडस्पोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक हार्दिक पांड्या को एनसीए में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। पांड्या को रिहैब से गुजरना होगा और भारतीय टीम में वापसी करने से पहले अपनी फिटनेस साबित करना होगी। हार्दिक पांड्या को न्यूजीलैंड के खिलाफ संपन्न तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज में भी शामिल नहीं किया गया था।
2018 में इंग्लैंड दौरे के बाद से हार्दिक पांड्या भारतीय टेस्ट टीम में नजर नहीं आए हैं। वो टी20 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे, लेकिन कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके थे। बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका दौरे पर पांड्या के शामि होने की स्थिति एनसीए में ठीक होने की प्रक्रिया पर निर्भर करेगी। बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'हार्दिक पांड्या के चोट से ठीक होने की स्थिति प्रमुख रूप से आराम करने पर निर्भर है। उन्हें जल्द ही एनसीए जाना पड़ सकता है और दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम में उनके शामिल होने की स्थिति फिटनेस पर निर्भर करेगी।'
भारतीय टीम को छठे गेंदबाज की गैरमौजूदगी में तेज गेंदबाज ऑलराउंडर की जरूरत थी। टीम प्रबंधन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में वेंकटेश अय्यर को आजमाया। ऑलराउंडर को गंभीर विकल्प माना जा रहा है क्योंकि इस भूमिका में वो महत्वपूर्ण हैं और इस विभाग में विश्वसनीय विकल्पों की कमी भी है।
हार्दिक पांड्या टेस्ट क्रिकेट के लिए जरूरी फिटनेस के आस-पास नहीं: सूत्र
हार्दिक पांड्या पिछले कुछ समय से चोटों से जूझ रहे हैं, जिसके कारण टेस्ट टीम से अपनी जगह गंवा चुके हैं। उन्होंने आईपीएल के पिछले दो संस्करणों में गेंदबाजी नहीं की। इंग्लैंड के भारत दौरे और भारत के श्रीलंका दौरे पर हार्दिक पांड्या ने कुछ गेंदबाजी जरूर की, लेकिन वो प्रभावी नजर नहीं आए। बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'टेस्ट क्रिकेट के लिए जरूरी फिटनेस के आस-पास हार्दिक पांड्या इस समय नहीं हैं। उन्हें समय की जरूरत है और हम कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं। अगर वह तैयार हुए तो उन्हें वनडे और टी20 इंटरनेशनल सीरीज के लिए भेजा जाएगा।'
खिलाड़ियों को आमतौर पर पूरे 9 यार्ड्स करने की जरूरत होती है, जिसमें मजबूत घरेलू क्रिकेट शामिल है, जिससे भारतीय टीम में संभावित वापसी कर सकें। मगर टीम प्रबंधन हार्दिक को इस पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में से एक मानता है। यही वजह है कि अगर वह अपनी फिटनेस साबित करते हैं तो वो उसे चयन के योग्य मानने में खुश होंगे।
पांड्या के पास आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी फिटनेस साबित करने का मौका होगा। बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'विजय हजारे ट्रॉफी में खेलना उनकी फिटनेस पर निर्भर करेगा। हमारे लिए महत्वपूर्ण सीरीज आने में हैं और उनके लिए हजारे में खेलने से बेहतर फिट होना रहेगा। मगर यह फैसला तब लेने की जरूरत है जब वो पूरी तरह फिट हो जाएं। इस समय वो फि नहीं हैं। अगर वो खेलना चाहते हैं, तो यह उनका व्यक्तिगत फैसला होगा।' भारतीय टीम का दक्षिण अफ्रीका दौरा 17 दिसंबर से शुरू होगा। भारतीय टीम तीन टेस्ट, तीन वनडे और 4 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलेगी।