- इंग्लैंड की रोटेशन पॉलिसी की लंबे समय से आलोचना हो रही
- कई पूर्व दिग्गज क्रिकेटर इस पॉलिसी को निशाने पर ले चुके हैं
- अब इंग्लैंड के इयान बॉथम ने ही पॉलिसी को आड़े हाथ लिया है
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की रोटेशन पॉलिसी की काफी समय से चर्चा में है। कई पूर्व क्रिकेटर्स ने जहां पॉलिसी की कड़ी आलोचना की तो कइयों ने सपोर्ट भी किया। कहा गया कि विश्व टेस्ट चैंपिययनशिप में इंग्लैंड को पॉलिसी का पालना करने के चलते खामियाजा भुगतना पड़ा और टीम फाइनल में नहीं पहुंच पाई। अब इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर इयान बॉथम ने अपने देश की रोटेशन पॉलिसी की धज्जियां उड़ाई हैं और उसे कचरा करार दिया है। इतना ही नहीं बॉथम ने गुस्सा निकालते हुए गाली तक दे डाली।
'क्या सही खिलाड़ियों को चुन रहे हैं?'
इयान बॉथम ने डेली मेल में लिखा कि मुझे यकीन नहीं है कि हम सही खिलाड़ियों को चुन रहे हैं। रोटेशन, मुझे लगता है सबसे बड़ी गलती है। यह पूरी तरह से कचरा है। मैं आपको बताता हूं अगर मैं खेल रहा होता और किसी को यह कहते हुए देखता कि मैंने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अगले गेम में आराम करना होगा तो इसे पसंद नहीं करता। मैं कहता कि नहीं मैं ऐसा नहीं कर रहा हूं। फिट रहा और गेंदबाजी करते रहो।
बता दें कि रोटेशन पॉलिसी को खिलाड़ियों का कार्यभार कम करने और उन्हें जैव सुरक्षित वातावरण में रहते हुए मानसिक थकान से बचाने के लिए शुरू किया गया था। हालांकि, इस कदम से कई बार बड़े मैचों और सीरीज में इंग्लैंड के प्रमुख खिलाड़ी नहीं खेल पाते हैं। यही वो कारण है, जिससे पूर्व क्रिकेटर्स काफी नाराज हैं। कुछ वक्त पहले इंग्लैंड के कई पूर्व क्रिकेटरों ने इंग्लैंड टीम प्रबंधन की रोटेशन पॉलिसी की खुलकर बुराई की थी। इनमें पूर्व कप्तान माइकल वॉन और एलेस्टेयर कुक जैसों का नाम शामिल था।
कप्तान जो रूट का क्या कहना है
वहीं, इंग्लैंड की टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट ने हाल ही में खुलासा किया था कि हम अब ऐसे समय आ रहा है जहां आराम और रोटेशन को पीछे रखना होगा। उम्मीद है कि आने वाले समय में अगर कोई फिट है तो हमा अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम के साथ उतरने को तरजीद देंगे। यह वास्तव में रोमांचक है और मैं इसके लिए बहुत उत्सुक हूं।रूट ने कहा कि हमारे दो शानदार विरोधियों के खिलाफ दस बहुत कठिन टेस्ट मैच होने हैं, लेकिन यह हमारे लिए मजबूत क्रिकेट खेलने का एक शानदार मौका होगा।