- कीगन पीटरसन की भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद जमकर हो रही है तारीफ
- इयान चैपल ने उन्हें बताया है नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए परिपक्व बल्लेबाज
- चैपल ने चयनकर्ताओं पर अबतक कीगन को मौका नहीं देने के लिए सवाल उठाए हैं
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम को हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में विजयी शुरुआत के बाद हार का मुंह देखना पड़ा। दोनों टीमों के गेंदबाजों ने सीरीज में जमकर कहर बरपाया और लो स्कोरिंग सीरीज में बल्लेबाजी के आधार पर हार जीत का फैसला हुआ। ऐसे में मेजबान दक्षिण अफ्रीका की सेंचुरियन में हार के बाद शानदार वापसी में कीगन पीटरसन की अहम भूमिका रही।
छुपा रुस्तम बनकर उभरे कीगन पीटरसन की केपटाउन टेस्ट की दोनों पारियों में दमदार भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ मुश्किल परिस्थिति में धैर्य और काबीलियत का जो परिचय दिया उसकी मुरीद पूरी दुनिया हो गई है। हर कोई उन्हें दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट का भविष्य बता रहा है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने भी कीगन पीटरसन की जमकर तारीफ की है और पूछा है कि अबतक ये खिलाड़ी कहां छिपा था।
अबतक कहां छिपे थे कीगन
चैपल ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो के लिए लिखे अपने कॉलम में कीगन पीटरसन की जमकर तारीफ करते हुए पूछा कि वह अब तक कहां छिपे थे। केपटाउन टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 72 और दूसरी पारी में 82 रन बनाए। उनकी पारी ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 212 रनों के सफल लक्ष्य का पीछा करने के लिए आधार तैयार किया। उन्हें श्रृंखला में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी होने के लिए 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' भी चुना गया, जिसमें उन्होंने 46 की औसत से छह पारियों में 276 रन बनाए।
चयनप्रक्रिया पर उठाए सवाल
चैपल ने कहा, कीगन पीटसरन के अचानक उदय सीरीज की उपलब्धि रही और ये सवाल उठा कि वो अबतक कहां थे। कीगन का उदय टेस्ट क्रिकेट के रहस्यों में से एक को उजागर करता है, क्या कुछ चयनकर्ता जानते हैं कि उन्हें खिलाड़ियों में क्या देखना चाहिए? पीटरसन 28 साल की उम्र में अपने खेल के चरम पर हैं, लेकिन उन्होंने अबतक केवल पांच टेस्ट खेले हैं।'
उनके पास है नंबर तीन पर बल्लेबाज के सभी गुण
चैपल ने आगे कहा, पर्याप्त अनुभव नहीं होने के बावजूद उन्होंने नंबर तीन पर बल्लेबाजी की सभी जरूरतों को पूरा किया। उनके पास वो सभी शॉट हैं जिन्हें खेलने का उन्होंने तैयारी और अभ्यास किया है। इसके अलावा उनका डिफेंस भी शानदार है। ऐसे में सवाल उठता है कि अब तक वो टीम के लिए क्यों नहीं खेल रहे थे? कई बार खिलाड़ियों को मौका केवल उनकी क्षमता और धैर्य के आधार पर देना चाहिए। इस तरह ही अच्छे खिलाड़ियों का चयन हो सकता है।'
28 साल की उम्र में किया टेस्ट डेब्यू, प्रथम श्रेणी में है शानदार रिकॉर्ड
पीटसरन ने को जून 2021 में वेस्टइंडीज दौरे पर सेंट लूसिया के ग्रास आइलेट में टेस्ट डेब्यू का मौका मिला था। डेब्यू सीरीज में वो कोई कमाल नहीं कर सके लेकिन भारत के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज ने उनके करियर को पूरी तरह पलट दिया है। घरेलू क्रिकेट का उनके पास अच्छा खासा अनुभव है। वो 106 प्रथम श्रेणी मैचों में 40.93 की औसत से 6,590 रन बना चुके हैं। उनके नाम 16 शतक और 32 अर्धशतक दर्ज हैं। प्रथम श्रेणी में उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 225* रन है।