- यूएई और कनाडा की टीम में भारतीय मूल के खिलाड़ियों की है भरमार
- कनाडा और यूएई की टीम की कमान भी भारतीय मूल के खिलाड़ियों के हाथों में है
- ऑस्ट्रेलिया की टीम में 2 और इंग्लैंड की टीम में 1 भारतीय मूल के खिलाड़ी को मिली है जगह
गयाना: वेस्टइंडीज की मेजबानी में खेले जा रहे अंडर-19 विश्व कप में 16 देशों की टीमें भाग ले रही है। टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफल भारतीय टीम पांचवीं बार खिताब जीतने के इरादे से मैदान में उतरी है। टीम इंडिया ने टूर्नामेंट की शुरुआत भी दक्षिण अफ्रीका को पहले मुकाबले में 45 रन के अंतर से मात देकर की है।
टूर्नामेंट की एक और बाद दुनियाभर के क्रिकेट प्रशंसकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। टूर्नामेंट में भारत के अलावा भाग ले रही अन्य 15 टीमों से 5 टीमें ऐसी हैं जिनमें कम से कम एक खिलाड़ी भारतीय मूल का है। भारतीय टीम के खिलाड़ियों के अलावा टूर्नामेंट में भारतीय मूल के कई खिलाड़ी खेल रहे हैं। हालत ये है कि सभी टीमों के भारतीय खिलाड़ियों को जोड़कर एक अलग टीम बनाई जा सकती है।
भारतीय मूल के खिलाड़ी कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और यूएई की टीम में हैं। भारतीय मूल के सबसे ज्यादा खिलाड़ी कनाडा और यूएई की टीम में हैं। एक तरह से दोनों टीमें इन्हीं खिलाड़ियों पर निर्भर हैं। भारतीय मूल के खिलाड़ी ही दोनों टीमों के कप्तान भी हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की टीम में भारतीय मूल के दो खिलाड़ियों को जगह मिली है। इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और यूएई की टीम में भारतीय मूल के 1-1 खिलाड़ी हैं। आइए जानते हैं अंडर-19 वर्ल्ड कप में कौन से भारतीय मूल के खिलाड़ी किस टीम के लिए खेल रहे हैं।
कनाडा
कनाडा ने अंडर-19 विश्व कप के लिए जो टीम भेजी है उसमें अधिकांश खिलाड़ी भारतीय मूल के हैं। टीम की कमान गुजराती मूल के मिहिर पटेल के हाथों में है। टीम में भारतीय पृष्ठभूमि के जश शाह,अनूप चीमा, गुरनेक जोहल सिंह, कैरव शर्मा, शील पटेल,परमवीर खरोड़, हरजप सैनी, अर्जुन सुखु,मोहित पराशर, सिद्ध लाड और रामवीर धालीवाल को जगह मिली है।
यूएई
यूएई क्रिकेट बोर्ड ने अपनी अंडर-19 विश्व कप की टीम में भारतीय मूल के कई खिलाड़ियों को जगह मिली है। केरल में जन्मे अलीशान सराफू टीम के कप्तान हैं। वहीं आर्यांश शर्मा, ध्रुव पराशर, पुण्य मेहरा, नीलांश केसरवानी, आदित्य शेट्टी, यश गियानी, विनायक राघवन और शिवल बावा को जगह मिली है। यूएई की टीम भी कनाडा की तरह भारतीय मूल के खिलाड़ियों पर पूरी तरह निर्भर है।
ऑस्ट्रेलिया
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टीम में भारतीय मूल के दो खिलाड़ियो को अंडर19 विश्व कप की टीम में जगह दी है। ये दो खिलाड़ी हैं हरकीरत बाजवा(Harkirat Bajwa) और निवेथन राधाकृष्णन(Nivethan Radhakrishnan)। निवेथन राधाकृष्ण दोनों हाथों से स्पिन गेंदबाजी करने की कला की वजह से पहले ही सुर्खियां बटोर चुके हैं। निवेथन आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के नेट बॉलर भी रह चुके हैं। वो तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी खेल चुके हैं। वहीं हरकीरत ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप की टीम में शामिल सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। वो भी स्पिन गेंदबाज हैं। हरकीरत के पिता ऑस्ट्रेलिया में टैक्सी चलाते हैं उन्हें हरभजन सिंह की तरह 'मेलबर्न का टर्बनेटर' के नाम से जाना जाता है। रविचंद्रन अश्विन उनके आदर्श हैं।
इंग्लैंड
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने अपनी अंडर-19 विश्व कप की टीम में भारतीय मूल के एक खिलाड़ी फतेह सिंह (Fateh Singh) को जगह दी है। बांए हाथ से स्पिन गेंदबाजी फतह सिंह टीम में ऑलराउंड के रूप में खेलते हैं। रवींद्र जडेजा उनके आदर्श हैं। उनका परिवार साल 1965 में ब्रिटेन आ गया था। उन्होंने इंग्लैंड के घरेलू क्रिकेट में बड़ी तेजी से तरक्की की। वो अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेलने से पहले नॉटिंघमशर(Nottinghamshire) काउंटी के लिए अगस्त 2021 में लिस्ट-ए डेब्यू कर चुके हैं।
स्कॉटलैंड
स्कॉटलैंड ने अंडर-19 विश्व कप के लिए अपनी टीम में भारतीय मूल के आयुष दास महापात्रा(Aayush Das Mahapatra) को शामिल किया है। भारत के उड़ीसा से ताल्लुक रखने वाले आयुष एक ऑलराउंडर हैं। बैटिंग के साथ-साथ वो लेग स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं। वो एबर्डीनशर काउंटी के लिए क्लब क्रिकेट खेलते हैं।