नई दिल्लीः अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कोरोना काल को देखते हुए क्रिकेट के लिए नई नियम व गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण लंबे समय से खेल गतिविधियां पूरी दुनिया में थमी हुई थीं, जिस वजह से सभी बड़े टूर्नामेंट व सीरीज रद्द या स्थगित हो गई थीं। अब जैसे-जैसे कुछ देश क्रिकेट बहाली का प्रयास कर रहे हैं, वैसे-वैसे आईसीसी भी कमर कस रहा है और उसने सभी की सुरक्षा को नजर में रखते हुए नई गाइडलाइंस का ऐलान कर दिया है।
आईसीसी ने अपने आधिकारिक बयान में ये साफ लिखा है कि इन नई गाइडलाइंस का मकसद महामारी के दौर से धीरे-धीरे और सुरक्षित तौर पर मैदान पर लौटना है। आईसीसी की मेडिकल सलाहकार समिति ने कई मेडिकल विशेषज्ञों के साथ मिलकर इन नई गाइडलाइंस को तैयार किया है ताकि खिलाड़ियों से लेकर क्रिकेट से जुड़े सभी पक्षों को सुरक्षित रखा जा सके और क्रिकेट की बहाली की तरफ कदम बढ़ाए जा सके।
सबसे महत्वपूर्ण चीज
आईसीसी ने 16 पन्नों की जो गाइडलाइंस जारी की हैं उसमें कई चीजें बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसमें सबसे अहम चीज है कि आईसीसी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली के लिये अपने दिशानिर्देशों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की नियुक्ति और 14 दिन तक अलग थलग अभ्यास शिविर लगाने की सिफारिश की है। खिलाड़ियों व क्रिकेट से जुड़े सभी लोगों को इन सभी गाइडलाइंस का पालन करना होगा ताकि क्रिकेट की बहाली में कोई समस्या ना आए।
तीन प्रमुख बातें
आईसीसी ने अपनी इन गाइडलाइंस को तीन प्रमुख हिस्सों में बांटा है और कुछ मुख्य बातों को सामने रखने का प्रयास किया है ।
1. सुरक्षा सबसे पहले
- आईसीसी ने सुरक्षा को सबसे पहले प्राथमिकता देने के लिए कहा है और उसके लिए क्रिकेट में सबकी सुरक्षा सबसे पहले है
- क्रिकेट की बहाली तभी हो जब ये सुनिश्चित किया जाए कि वहां कोई खतरा नहीं है संक्रमण का।
- किसी भी ट्रेनिंग सत्र या गतिविध से पहले वहां हर चीज को सुरक्षित करना जरूरी है। जैसे की मैदान, खेल उपकरण, ड्रेसिंग रूम वगैरा। ये हर सत्र से पहले होना चाहिए।
2. सरकार की सलाह
- सभी क्रिकेट संघ, स्थानीय क्रिकेट प्रशासन व अन्य अधिकृत संस्थाओं को क्रिकेट की बहाली से पहले वहां की सरकार को लेकर सुनिश्चित करना होगा कि उनके सभी नियमों व आदेशों का पालन हो।
- सरकार द्वारा सभी जगह लगाए गए सफर के लिए सभी पाबंदियों व नियमों को ध्यान में रखा जाए व इसका पालन किया जाए। फिर चाहे वो घरेलू सफर हो या फिर अंतरराष्ट्रीय।
3. क्रिकेट पेश करे लीडरशिप, छोड़े प्रभाव
- क्रिकेट पूरे विश्व में इस महामारी से लड़ाई में अहम भूमिका अदा कर सकता है और समाज के लिए मिसाल पेश कर सकता है।
- आईसीसी क्रिकेट की शीर्ष संस्था है और अपनी जिम्मेदारी के मुताबिक हम सभी वो चीजें व सेवाएं मुहैया कराने को तैयार हैं जिसकी जरूरत होगी।
- क्रिकेट एक खेल के तौर पर सबके अंदर व समाज में सामान्य स्थिति को बनाने का काम करेगा और इससे मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर भी किया जा सकता है।