- डीन एल्गर के पिता ने उनकी जोहान्सबर्ग टेस्ट में खेली मैच जिताऊ पारी को लेकर खोला है बड़ा राज
- डीन ने पिता रिचर्ड एल्गर से कही थी जीतकर ही मैदान से वापस लौटने की बात
- पिता ने कहा, बेटे की आंखों में नजर आ रहा था जीत का जज्बा
केपटाउन: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज का तीसरा और निर्णायक टेस्ट मैच 11 जनवरी से केपटाउन में खेला जाएगा। लेकिन दक्षिण अफ्रीका को कप्तान डीन एल्गर ने जिस अंदाज में जोहान्सबर्ग टेस्ट में नाबाद 96 रन बनाकर जीत दिलाई उस दिलेर पारी की चर्चा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है।
प्रोटियाज कप्तान डीन एल्गर की इस कप्तानी पारी से जुड़ा एक राज उनके पिता ने साझा किया है। डीन एल्गर के पिता की वो बात सुनकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। ये बात उन्होंने वांडरर्स टेस्ट के चौथे दिन का खेल शुरू होने से पहले अपने पिता से कही थी।
मेरे शरीर का कोई अंग तोड़कर ही जात हासिल कर पाएगी टीम इंडिया
रिचर्ड एल्गर ने बताया कि उनके बेटे डीन ने दूसरे टेस्ट के चौथे दिन का खेल शुरू होने से पहले कहा था, डैड! मैं कल मैच खत्म होने तक मैदान पर टिका रहूंगा। अगर भारतीय टीम मुझे आउट करना चाहती है तो इसके लिए उन्हें मेरे शरीर का कोई अंग तोड़ना होगा। वो मेरे शरीर को निशाना बनाकर गेंदबाजी नहीं करने वाले हैं।' रिचर्ड एल्गर ने आगे बताया, वो जोश से भरा हुआ था तो मुझे महसूस हुआ कि वो टीम को जीत दिलाकर रहेगा।'
बेटे की आखों में नजर आ रहा था जीत का जज्बा
रिचर्ड ने ये भी बताया, जब मैच के दौरान दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 100 रन से कम चाहिए थे तब मैंने अपनी पत्नी से कहा कि वो उसे आउट नहीं कर पाएंगे। मुझे दिख रहा है कि वो आज जीत की तरफ उसका ध्यान कितना केंद्रित है। वो जिस मनोस्थिति में है उसे ये भी नहीं पता चल रहा है कि उसके आसपास क्या हो रहा है। मैं ये देख सकता हूं। अभी भी 100 रन और बनाने हैं ये भी बन जाएंगे। डीन और टीम के अन्य खिलाड़ी लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।'