- नवंबर 2019 में इमाम उल हक ने खेला था आखिरी टेस्ट
- घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद बाद हुई है इमाम उल हक की टेस्ट टीम में वापसी
- आते ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इमाम उल हक ने 200 गेंद में जड़ा करियर का पहला टेस्ट शतक
रावलपिंडी: 24 साल लंबे अंतराल के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर पहला टेस्ट खेल रही पाकिस्तानी टीम ने रावलपिंडी में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। पाकिस्तानी पारी की शुरुआत करने आई अबदुल्लाह शफीक और इमाम उल हक की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की। पहले सत्र में लंच से ठीक पहले नाथन लॉयन ने शफीक को पैट कमिंस के हाथों कैच कराकर टीम को पहली सफलता दिलाई। शफीक 105 गेंद पर 44 रन बनाकर पवेलियन लौटे।
ढाई साल बाद वापसी कर जड़ा शतक
वहीं टेस्ट टीम में ढाई साल लंबे अंतराल के बाद वापसी कर रहे 26 वर्षीय इमाम उल हक ने पिच पर पैर जमाए और 81 गेंद में लंच से पहले अपना अर्धशतक 8 चौके और 1 छक्के के साथ पूरा कर लिया। लंच तक पाकिस्तान ने 35 ओवर में 1 विकेट खोकर 105 रन बना लिए थे। इसके बाद इमाम उल हक ने दूसरे विकेट के लिए पूर्व कप्तान अजहर अली के साथ अर्धशतकीय साझेदारी की औरटीम को 200 रन के करीब पहुंचा दिया। इसी दौरान तीसरे सत्र में इमाम ने 200 गेंद का सामना करते हुए करियर का पहला टेस्ट शतक पूरा किया। शतकीय पारी में उन्होंने 13 चौके और 2 छक्के जड़े।
2019 में खराब प्रदर्शन के बाद नहीं मिला 2 साल मौका
करियर का 12वां टेस्ट खेल रहे इमाम उल हक आखिरी बार टेस्ट जर्सी पहनकर खेलते नवंबर 2019 में नजर आए थे। उसके बाद उन्हें टेस्ट जर्सी पहनकर पहनने का मौका नहीं मिला। रावलपिंडी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट से पहले खेले 11 टेस्ट मैच की 21 पारियों में इमाम उल हक ने 25.52 के औसत से 485 रन बनाए थे। जिसमें 3 अर्धशतक शामिल थे। उनका सर्वाधिक स्कोर 76 रन था। इमाम ने साल 2019 में खेले तीन टेस्ट की छह पारियों में 8,6, 43,35, 2,0 रन की पारी खेल सके थे इसके बाद उन्हें एक भी टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला।
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद हुई वापसी
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद उनकी टेस्ट टीम में वापसी हुई है। पिछले पांच प्रथम श्रेणी मैच की 7 पारियों में इमाम उल हक ने 106.2 की औसत से 531 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए अपना दावा पेश किया। जिसमें 12, 31, 202*, 72, 109, 97 और 8 रन की पारियां शामिल थीं। खैबर पख्तूनख्वा के खिलाफ उन्होंने नाबाद दोहरा शतक(202*) जड़ा था।