- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 में भारत का पलड़ा रहा है भारी
- भारतीय सरजमीं पर दोनों टीमों के बीच चुनौती पूर्ण रही है सबसे छोटे फॉर्मेट में भिड़ंत
- लक्ष्य.का पीछा करके जीतने की है प्रबल संभावना, टॉस की भूमिका रहेगी अहम
मोहाली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी20 विश्व कप 2022 से पहले आखिरी बार सबसे छोटे फॉर्मेट में भिड़ंत होने जा रही है। तीन मैच की सीरीज का आगाज पंजाब के मोहाली में मंगलवार को होगा। दोनों ही टीमें इस सीरीज को जीतने के लिए अपना पूरा दमखम लगाना चाहेंगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम हालांकि अपने कुछ अहम खिलाड़ियों के बगैर भारत दौरे पर आई है। लेकिन इसका असर शायद ही मैचों में दिखाई दे।
टीम इंडिया का पलड़ा रहा है भारी
भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमों के बीच अंतरराष्ट्रीय टी20 में भिड़ंत के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि साल 2007 से लेकर अबतक दोनों टीमों का 24 बार आमना-सामना इस फॉर्मेट में हो चुका है। जिसमें से 13 मुकाबले टीम इंडिया के और 9 ऑस्ट्रेलिया के खाते में गए हैं। जबकि एक मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया।
भारतीय सरजमीं पर हुई है कांटे की टक्कर
भारतीय टीम का ओवरऑल रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतर दिखाई पड़ता है लेकिन जब बात भारतीय सरजमीं पर टक्कर की आती है तो मामला थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो जाता है। भारत में दोनों टीमें 8 बार भिड़ चुकी हैं जिसमें से 4 मैच में टीम इंडिया और 3 में ऑस्ट्रेलिया विजयी रही है। एक मैच का कोई परिणाम नहीं निकला।
लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम दर्ज करेगी जीत
भारत में बारिश का मौसम खत्म होने जा रहा है और ठंड शुरू होने वाली है। ऐसे में मोहाली में निश्चित तौर पर रात के वक्त ओस का प्रभाव पड़ेगा। दूसरी पारी में गेंदबाजी करने वाली टीम के सामने मुश्किल पेश आएगी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 में 5 और लक्ष्य का पीछा करते हुए 13 में से 8 मुकाबले जीते हैं। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 और लक्ष्य का पीछा करते हुए 5 मैच जीतने नें सफल हुई है।
पिछली बार मोहाली में जीती थी टीम इंडिया
ऐसे में मोहाली में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने वाली टीम की जीत की संभावना प्रबल है। दोनों टीमों का ही लक्ष्य का पीछा करना मजबूत पहलू रहा है।पिछली बार साल 2016 के विश्व कप के दौरान मोहाली में दोनों टीमों का आमना सामना हुआ था तब भी भारतीय टीम ने विराट कोहली की नाबाद 82 रन की पारी की बदौलत लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी।